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हनुमान अष्टमी, में कैसे चढ़ाएं चोला, किस मंत्र का करें जाप, जानिए उपाय भी…

पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह मंगल पर्व 29 दिसंबर 2018, शनिवार को पड़ रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन हनुमानजी को प्रसन्न करने से हर बिगड़ा काम बन जाता है और जातक पर हनुमत कृपा होती है।
आइए जानते हैं कि इस दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए ऐसा क्या किया जाए कि हमें हनुमत कृपा प्राप्त हो…
माना जाता है इस खास दिवस पर हनुमान जी को चोला चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। परंतु इसके लिए चोला चढ़ाते समय रखें कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा…
हनुमान जी को चोला चढ़ाने से पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र धारण करें। सिर्फ लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही, चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमान जी के सामने जला कर रख दें। दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें।
चोला चढ़ाने के बाद हनुमान जी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमान जी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें। अब एक साबूत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमान जी को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद उसी स्थान पर थोड़ी देर बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें।
खास मंत्र :-
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
अब हनुमान जी को चढ़ाए गए गुलाब के फूल की माला से एक फूल तोड़ कर, उसे एक लाल कपड़े में लपेट कर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रखें। इससे धन संबंधी समस्या हल होने के योग बनने लगेंगे।

अष्टमी पर चढ़ाएं विशेष पान :- हनुमान अष्टमी पर हनुमान जी को एक विशेष पान अर्पित करें। इस पान में केवल कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बुरा और सुमन कतरी डलवाएं। पान बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें चूना एवं सुपारी नहीं हो। इस पान में तंबाकू भी नहीं होनी चाहिए।
हर समस्या का निवारण राम रक्षा स्त्रोत पाठ से :- सुबह स्नान आदि करने के बाद किसी हनुमान मंदिर में जाएं और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इसके बाद हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। जीवन में यदि कोई समस्या है, तो उसका निवारण करने के लिए प्रार्थना करें।
हनुमान जी सरसों के तेल के दीपक से होंगे प्रसन्न :- हनुमान अष्टमी की शाम को समीप स्थित किसी हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमान जी की प्रतिमा के सामने एक सरसों के तेल का व एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इसके बाद वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी की कृपा पाने का ये एक अचूक उपाय है।
बरगद के पत्ते का खास उपाय :- शनिवार की सुबह स्नान करने के बाद बड़ (बरगद) के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ स्वच्छ पानी से धो लें। अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने रखें और इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें।

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