वेस्टइंडीज की 39 साल में सबसे बड़ी जीत,
मेजबान वेस्टइंडीज ने साल 2019 के अपने पहले ही टेस्ट (Bridgetown test)में धमाकेदार प्रदर्शन कर क्रिकेटजगत को हैरान कर दिया है. उसने साल के अपने पहले ही टेस्ट में दुनिया की नंबर-1 टीम इंग्लैंड को 381 रन के विशाल अंतर से धूल चटा दी है. यह वेस्टइंडीज की तीसरी सबसे बड़ी जीत और इंग्लैंड की सातवीं सबसे बड़ी हार है. वेस्टइंडीज ने इस जीत के साथ ही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. सीरीज का दूसरा टेस्ट 31 जनवरी से खेला जाएगा.
वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड इंग्लैंड के ही खिलाफ है. उसने इंग्लैंड को 1976 में मैनचेस्टर टेस्ट में 425 रन से हराया था. इसके चार साल बाद विंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड टेस्ट में 408 रन से हराया था. अब उसने इंग्लैंड को 381 रन से हरा दिया है, जो 1980 के बाद उसकी सबसे बड़ी जीत है. वैसे, टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत इंग्लैंड के ही नाम है. उसने 1928 में ऑस्ट्रेलिया को 675 रन से हराया था.
वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के खिलाफ (West Indies vs England) के खिलाफ पहली पारी में 289 रन बनाए. इसके बाद उसके गेंदबाजों ने इंग्लैंड को पहली पारी में महज 77 रन पर ढेर कर दिया. इस तरह विंडीज को पहली पारी में 212 रन की बढ़त मिली. वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी 6 विकेट पर 415 रन बनाकर घोषित की. विंडीज के लिए दूसरी पारी में कप्तान जेसन होल्डर ने 202 रन नाबाद और शेन डॉवरिच 116 रन नाबाद रन की पारी खेली.
इस तरह इंग्लैंड को 628 रन का असंभव सा लक्ष्य मिला. इंग्लैंड ने इसके जवाब में शुरुआत में कुछ संघर्ष किया. एक समय उसने 4 विकेट पर 215 रन बना लिए थे. तब लग रहा था कि इंग्लैंड हार भले ही ना टाल पाए, लेकिन संघर्ष करते हुए मैच को पांचवें दिन तक खींच सकता है. लेकिन वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड पर दबाव बढ़ा़ते हुए उसके अंतिम छह विकेट महज 31 रन पर झटककर खेल चौथे दिन ही खत्म कर दिया. इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 246 रन बनाए.