प्रेमी के साथ संबंध बनाते पकड़ी गई 10 बच्चों की मां, बेटे का कर दिया क़त्ल
दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके में एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही औलाद को मौत के घाट उतार दिया. इस जुर्म को छिपाने के लिए मां के प्रेमी ने एंबुलेंस बुलाई और वह इस घटना को हादसे का रूप देना चाह रहा था. लेकिन हत्या का खुलासा उस वक्त हुआ जब एंबुलेंस कर्मी को शक हुआ और उसने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय रविंद्र के रूप में हुई है. वो उत्तर प्रदेश के गांव-खरैया का रहने वाला था. दिल्ली में वह न्यू अशोक नगर में उसकी मां सुभद्रा के साथ एक कमरे में किराये पर रहता था. साथ में उसके दो बेटे और रहते थे.
वहीं, सुभद्रा का पति ब्रह्मदेव अपने गांव में चार बेटियों के साथ रहता है. उसकी बाकी 3 बेटियों की शादी हो चुकी है. रविंद्र भी शादीशुदा था. लेकिन पत्नी से विवाद के चलते वह अलग रहता था.
मां और प्रेमी थे आपत्तिजनक हालत में…
शनिवार रात जब बेटा रविंद्र काम से घर लौटा तो उसने मां सुभद्रा और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया. इसका विरोध करने पर दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद रातभर शव को कमरे में रखा.
फिर अगली सुबह सुभद्रा अपने छोटे बेटे को गोद में लिए अजीत के साथ नोएडा सेक्टर-15 पहुंची. वहां से उसने एंबुलेंस के लिए फोन किया. उसने एम्बुलेंस को बताया कि उसका बेटा घर पर घायल पड़ा हुआ है.
एंबुलेंस के साथ आरोपी कमरे पर आए. यहां शव को देखकर एंबुलेंस कर्मी को शक हुआ तो उसने इस घटना की सूचना पुलिस को दी. इस बीच सुभद्रा और प्रेमी वहां से फरार हो गया. पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में एक गमछा और खून से सनी ईंट बरामद हुई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी.
पुलिस से बचने के लिए सुभद्रा प्रेमी और बच्चे के साथ आजादपुर में दामाद के घर गई. यहां उसने बताया कि रविंद्र की सड़क हादसे में मौत हो गई है. उसका अंतिम संस्कार करना है. दामाद ने पुलिस को भी इसकी सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को दबोच लिया.
जांच में पता लगा कि दोनों आरोपी शराब के नशे में चूर थे. दोनों ने रातभर शराब पी थी. पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने गमछे से बेटे रविंद्र की हत्या कर दी थी. फिर ईट से उस पर वार कर वो हादसे का रूप देने की कोशिश कर रहे थे.
प्रेमी से था तीन माह का बच्चा…
पूछताछ में महिला ने बताया कि प्रेमी से ही उसे तीन माह का बच्चा हुआ. जब इस बात की खबर रविंद्र को लगी तो वह इसका विरोध करने लगा. आए दिन उनके बीच विवाद होता था.