खुलासा: ‘मृतक’ ही निकला शातिर हत्यारा, बीमा राशि पाने को रची साजिश
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की कथित हत्या के मामले में सोमवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ। पुलिस ने बताया कि बीमा की राशि पाने के लिए पाटीदार ने अपने पुराने नौकर की हत्या कर खुद को मृत घोषित कर दिया था। पहचान छिपाने के मकसद से उसने नौकर शव का चेहरा भी जला दिया था, लेकिन डीएनए जांच ने उसकी करतूत उजागर हो गई।
पुलिस के अनुसार, उसको बीते 23 जनवरी की सुबह सूचना मिली थी कि रतलाम के कमेड गांव में 36 वर्षीय हिम्मत पाटीदार की किसी ने हत्या कर दी है। पहचान मिटाने के लिए शव का चेहरा भी जला दिया था। पाटीदार के आरएसएस कार्यकर्ता होने के कारण उसकी ‘हत्या’ को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई थी। लेकिन पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि जिस शव को पाटीदार का माना जा रहा था, वह दरअसल उसके पुराने नौकर मदन मालवीय का था।
पाटीदार ने रची साजिश
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि पाटीदार ने बीमा के रुपये हासिल करने के लिए साजिश के तहत मालवीय को धारदार हथियार से हमलाकर मार डाला। पहचान छुपाने के लिए उसका चेहरा जला दिया और उसकी जेब में अपने कुछ दस्तावेज रख दिए, ताकि उसे पाटीदार समझ लिया जाए। तिवारी ने कहा, पाटीदार ने मालवीय के शव के साथ जो दस्तावेज रखे उनमें मोबाइल फोन, पर्स, आधारकार्ड, एटीएम कार्ड और एक पॉकेट डायरी शामिल थी, जिसमें पाटीदार के बीमा से जुड़ी जानकारी, बैंक खाता, एफडी और उधारी खाता के ब्योरे थे।
बीमा के 20 लाख रुपयों का लालच
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, शुरुआती जांच में आए तथ्यों के अनुसार पाटीदार पर काफी कर्ज हो गया था। उसके नाम से लगभग 20 लाख रुपये की बीमा पालिसी है। उसने सोचा कि अपनी मौत का नाटक रचकर वह बीमा की यह राशि हासिल कर लेगा। इसके लिए उसने बड़ी चालाकी से मदन मालवीय की हत्या कर दी। मालवीय की कद-काठी पाटीदार से मिलती-जुलती थी। वह दो साल पहले पाटीदार के खेत में मजदूरी करता था।
डीएनए जांच ने सामने आई सच्चाई
तिवारी ने कहा, जांच के दौरान पता चला कि जिस दिन पाटीदार की कथित हत्या हुई उसी दिन से मालवीय भी लापता है। वह 22 जनवरी रात अपने घर से निकला था। उसने कहा था कि वह खेत पर जा रहा है, पर वापस घर नहीं पहुंचा। पुलिस ने जब इस सूचना को केंद्र में रखकर जांच की तो पाटीदार की साजिश उजागर हो गई। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान घटनास्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर सड़क के किनारे कुछ कपड़े, जूते आदि बरामद किए गए थे। जब इन चीजों की शिनाख्त मालवीय के परिजनों से कराई गई तो उन्होंने उन्हें पहचान लिया। ऐसे पुलिस का शक पुख्ता हो गया जिसके बाद उसने विधिविज्ञान प्रयोगशाला, सागर से डीएनए टेस्ट कराया। इससे साफ हो गया कि शव मालवीय का है।
पाटीदार पर 10 हजार रुपये का इनाम
मामला स्पष्ट होने के बाद पुलिस आरोपी पाटीदार की तलाश में जुट गई है। उस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।