तेजप्रताप का तलाक: आखिर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं एेश्वर्या और लालू परिवार
राजद सुप्रीमो लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के तलाक मामले में गुरुवार को पटना के फैमिली कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें तेजप्रताप और उनकी पत्नी एेश्वर्या राय दोनों में से कोई हाजिर नहीं हुआ। खास बात यह है कि इस मामले में ऐश्वर्याराय व उनके परिवार के साथ-साथ लालू परिवार ने भी चुप्पी साध रखी है।
गुरुवार को तेजप्रातप व ऐश्वर्या दोनों के वकील कोर्ट में हाजिर हुए। इससे पहले की सुनवाई में तेजप्रताप यादव स्वयं हाजिर होते रहे हैं। पिछली सुनवाई में ऐश्वर्या राय की ओर से वकील के द्वारा हाजिरी लगाई गई थी। गुरुवार को हुई सुनवाई में तेजप्रताप यादव के भी वकील ही पेश हुए। तेजप्रताप और एेश्वर्या के तलाक मामले की अगली सुनवाई 18 फरवरी को होगी और कोर्ट ने सुनवाई के दौरान तेजप्रताप और ऐश्वर्या दोनों को कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया है। वहीं इस मामले में कोर्ट ने तेजप्रताप यादव के तलाक प्रकरण की रिपोर्टिंग करने पर रोक लगा दी है।
तेजप्रताप की शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी, जो राजद विधायक चंद्रिका राय की बेटी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की पोती हैं। तेजप्रताप यादव ने शादी के महज छह महीने के बाद ही अपनी पत्नी एेश्वर्या राय को तलाक देने का फैसला लिया था, जिसकी बात मीडिया में आते ही तहलका मच गया था और इस मामले को लेकर पूरा राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ ही पूरा लालू परिवार परेशान था।
ऐश्वर्या से तलाक लेने के अपने फैसले पर अडिग तेजप्रताप यादव कई बार-बार कह चुके हैं कि मैं किसी भी कीमत पर अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक का फैसला नहीं बदल सकता। मैं तलाक लेकर ही रहूंगा और मेरे इस फैसले को अब भगवान भी नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि तलाक की अर्जी वापस नहीं लेंगे।
शुरुआत में इस मुद्दे को लेकर कई तरह की बातें कहीं गयीं। तेजप्रताप ने खुद पत्नी एेश्वर्या पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि मैं एेसी किसी लड़की के साथ अपनी जिंदगी कैसे बिता सकता हूं। काफी दिनों तक इस मुद्दे को लेकर चर्चा में रहे तेजप्रताप ने मीडिया से एेसी खबरों पर ध्यान देने की बजाए आखिरकार और कहा कि ये मेरी जिन्दगी का फैसला है और इसमें बेवजह लोग परेशान हो रहे हैं, मैं अब अपना पूरा ध्यान राजनीति पर केंद्रित करना चाहता हूं।
तेजप्रताप जहां तलाक लेने के फैसले को अटल बता चुके हैं वहीं लालू परिवार भी अपना पक्ष लगातार मीडिया के सामने रख चुका है। हैरान करने वाली बात ये है कि अब तक तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय या उनके परिवार का पक्ष इस मामले में कभी सामने नहीं आया है।
तेजप्रताप से अपनी बेटी की शादी करने वाले बिहार के पूर्व मंत्री चंद्रिका राय और उनके परिवार ने अब तक मीडिया से दूरी बना रखी है तो उनके वकील भी अभी तक सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आये हैं। हाल के दिनों में पार्टी की बैठकों से भी ऐश्वर्या राय के पिता नदारद दिखे, जिससे लगता है कि वो भी अब लालू परिवार से दूरी बनाकर रखना चाहते हैं।
वहीं तेजप्रताप ने भी तलाक के फैसले के बाद अपने आप को घर-परिवार से भी अलग कर लिया। उन्होंने नए साल के मौके पर मां राबड़ी देवी से मुलाकात की थी और कहा था कि मेरी मां मेरे फैसले के साथ है।
एेसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या तेजप्रताप और ऐश्वर्या राय के बीच सुलह की संभावनाएं खत्म हो गई हैं! क्योंकि तेजप्रताप और एेश्वर्या के तलाक मामले पर ना लालू परिवार ना ही एेश्वर्या का परिवार ही अभी तक कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया है।
बता दें कि 22 नवंबर को जब तेजप्रताप ने ‘टूटे पर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाय’ वाला ट्वीट किया तो इस बात को और भी बल मिला कि अब समझौते की गुंजाइश नहीं है। इससे पहले 16 नवंबर को ऐश्वर्या राय की मां पूर्णिमा राय समधिन राबड़ी से मिलने गईं थीं और रोते हुए निकलीं थीं। इससे भी इस बात को बल मिला है कि अब कुछ होने वाला नहीं है।
हालांकि इसके बाद राबड़ी देवी ने 22 नवंबर को तेजप्रताप से दिल्ली में मुलाकात भी की थी और पटना वापसी क के वक्त कहा था कि वो मेरा बेटा है, मान जाएगा। तेजस्वी ने भी उन्हें मनाया लेकिन तेजप्रताप अपने जिद पर अड़े हैं। तेजस्वी ने भी कहा था कि दोनों समझदार हैं।
इससे पहले चार नवंबर को जब लालू परिवार के बेहद करीबी पूर्व सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी कहा था कि पत्नी से अलग होकर क्या नरेन्द्र मोदी पीएम नहीं बने?
हालांकि तेजप्रताप आजकल राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हैं और प्रतिदिन जनता दरबार लगा रहे हैं और लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं। इसके साथ ही तेजप्रताप एक फरवरी से बदलाव यात्रा पर निकलेंगे। इस यात्रा की शुरूआत एक फरवरी को शिवहर से होगी।