AAP ने की छह प्रत्याशियों की घोषणा, दिल्ली में नहीं होगा कांग्रेस से गठबंधन
जब लोकसभा चुनाव में दो महीने से भी का वक्त बचा है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव तैयारी में जुट गई हैं। पार्टियों ने लोकसभा प्रत्याशियों का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है। इस कड़ी में दिल्ली में पिछले चार साल से सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की सात में से छह सीटों पर लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इससे कांग्रेस-AAP के बीच दिल्ली में गठबंधन पर भी विराम लग गया है।
AAP ने की प्रत्याशियों की घोषणा
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से छह के लिए प्रत्याशियों की अनौपचारिक तौर पर घोषणा कर दी है। AAP ने इसे लेकर पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता बुलाई है। पार्टी के अनुसार उत्तरी पूर्वी लोकसभा सीट के लिए दिलीप पांडेय, पूर्वी दिल्ली सीट के लिए आतिशी, नई दिल्ली सीट के लिए बृजेश गोयल, दक्षिणी दिल्ली सीट के लिए राघव चड्ढा, चांदनी चौक सीट के लिए पंकज गुप्ता, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली सीट के लिए गुगन सिंह को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है।
वहीं, पश्चिमी दिल्ली सीट के लिए अभी प्रत्याशी की घोषणा नही हुई है। AAP के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस से गठबंधन नहीं होगा। शुक्रवार को जिस तरह कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने बयान दिया है कि वह AAP से गठबंधन के समर्थन में नही हैं। इसके बाद AAP ने भी कांग्रेस से गठबंधन न करने का फैसला ले लिया है, क्योंकि चुनाव के लिए अब समय बहुत कम है। बता दें कि शीला दीक्षित पहले ही कह चुकी थीं कि वह दिल्ली में गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं।
जानिए किस से सीट से कौन है प्रत्याशी
- चांदनी चौक लोकसभा सीट से पंकज गुप्ता
- उत्तर पूर्वी दिल्ली से दिलीप पांडेय
- पूर्वी दिल्ली से आतिशी
- दक्षिणी दिल्ली से राघव चड्ढा
- उत्तर पश्चिम दिल्ली से गुग्गन सिंह
- नई दिल्ली से बृजेश गोयल
गौरतलब है कि शनिवार को AAP ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से किसी के नाम की घोषणा नहीं की है। पार्टी नेता गोपाल राय ने शनिवार दोपहर पत्रकार वार्ता के बाद कहा कि अभी इस सीट पर चर्चा की जा रही है और जल्द ही इस सीट से उम्मीदवार की भी घोषणा कर दी जाएगी।
राहुल और शीला दोनों को AAP ने घेरा
कांग्रेस से गठबंधन को लेकर गोपाल राय ने कहा कि हमारे पास कांग्रेस की तरफ से केवल दो कम्युनिकेशन हैं। पहले बैठक में राहुल गांधी ने मना किया और उसके बाद शुक्रवार को शीला दीक्षित ने भी तकरीबन ऐसी ही बात कही। शीला दीक्षित ने जिस तरह मना किया उसके बाद हमारे सामने अब और कोई विकल्प नहीं बचा था। हम तो गठबंधन चाहते थे, लेकिन कांग्रेस की तरफ से आगे कोई प्रस्ताव आएगा तो देखेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को 12 से 1 बजे के बीच शीला दीक्षित के घर पर हुई आपात बैठक में दिल्ली कांग्रेस के तीनों कार्यकारी अध्यक्ष मौजूद रहे। इनता ही नहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको भी उपस्थित थे।