जम्मू-कश्मीर : लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव करवाना चाहती है सियासी दल
आयोग ने राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों को मतदान केंद्रों में हर सुविधा मुहैया करवाने को कहा है ताकि मतदाताओं को मतदान करने के दौरान कोई परेशानी न हो।
चुनाव आयोग की टीम ईवीएम व पोलिंग स्टाफ को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की भी समीक्षा की। पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों की खर्च सीमा 70 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रखी गई है।
इन सियासी दलों से टीम ने ली राय
नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस, भाजपा, सीपीआई, पीडीएफ, डीपीएन, एनपीपी, बसपा, राकांपा, अवामी इत्तिहाद पार्टी के प्रतिनिधियों से आयोग की टीम ने चुनाव की तैयारियों व लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव करवाए जाने का पक्ष जाना।
नेशनल कांफ्रेंस के संभागीय अध्यक्ष कश्मीर नासिर असलम वानी ने लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव करवाए जाने पर जोर दिया। पीडीपी नेता अब्दुल रहमान वीरी ने भी लोकसभा के साथ साथ विधानसभा चुनाव करवाने की मांग की। कांग्रेस नेता ताज मोहिउद्दीन ने भी लोकसभा के साथ विधानसभा के चुनाव भी जल्द करवाने पर जोर दिया।
सीपीआई नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने भी जल्द विधानसभा चुनाव की मांग की। इस मौके पर चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र, अशोक लवासा, उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना, आयोग के महानिदेशक दिलीप कुमार, एडीजी शैफाली शरण, निदेशक निखिल कुमार व राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी शैलेंद्र कुमार की मौजूदगी में सियासी दलों से बैठक हुई।