दांडी मार्च की वर्षगांठ पर बोले पिएं मोदी, कांग्रेस को भंग करना चाहते थे महात्मा गांधी
पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी ने हमें सबसे गरीब व्यक्ति की दुर्दशा के बारे में सोचना सिखाया और हमने देखा व सोचा कि हमारा काम उस व्यक्ति को कैसे प्रभावित करता है। मुझे यह कहते हुए गर्व महसूस होता है कि अपनी सरकार के कार्यों में हमने इस बात का ध्यान रखा कि गरीबों के लिए काम करें और उनके जीवन में समृद्धि लाएं। दुख की बात है कि कांग्रेस की विचारधारा गांधीवादी सिद्धांतों के खिलाफ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी असमानता और जातिगत विभाजन में विश्वास नहीं करते थे, लेकिन कांग्रेस को समाज को बांटने में कभी संकोच नहीं हुआ। सबसे खराब जातिगत दंगे और दलित विरोधी नरसंहार कांग्रेस के शासन में हुए।
कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्याय
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा अपने बैंक खातों को भरने का काम किया है। देश ने देखा कि कैसे कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक-दूसरे के पर्याय बन गए। ऐसे किसी भी क्षेत्र का नाम बताएं जहां कांग्रेस ने घोटाला नहीं किया हो। रक्षा, टेलीकॉम, सिंचाई, खेल आयोजन, ग्रामीण विकास, कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं रहा। मोदी ने कहा कि जहां बापू ने वंशवादी राजनीतिक का तिरस्कार किया, वहीं कांग्रेस के लिए यह सत्ता तक पहुंचने का रास्ता है। गांधी का मानना था कि लोकतंत्र कमजोर लोगों को भी उतना ही मौका देता है, लेकिन कांग्रेस ने देश को आपातकाल दिया।