ठाकुरगंज में महिला की लोहे के रॉड से पीटकर हत्या, पूरे घर पर बिखरा हुआ था खून ही खून
लखनऊ के ठाकुरगंज के एकतानगर में मंगलवार देर शाम नफीसा (35) की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसका खून से लथपथ शव घर के पीछे स्थित कमरे में मिला। ड्राइंगरूम से पीछे के कमरे तक खून ही खून फैला था जिससे लग रहा था कि मौत से पहले नफीसा ने हत्यारे के साथ जमकर संघर्ष किया होगा।
पुलिस ने नफीसा के पति मो. अफजल उर्फ कल्लू को हिरासत में ले लिया। नफीसा के परिवारीजनों ने डालीगंज निवासी देवर लालू पर हत्या का शक जताया है। हालांकि, इंस्पेक्टर नीरज ओझा का कहना है कि नफीसा और अफजल के संबंध बहुत खराब थे। दोनों में अक्सर झगड़ा होता था। शुरुआती पड़ताल में अफजल पर ही हत्या का शक है। अन्य पहलुओं पर भी पड़ताल की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि शाम करीब सात बजे नफीसा की रामनगर निवासी रिश्तेदार घर आई तो दरवाजे खुले थे। वह भीतर गई तो नजारा देखकर होश उड़ गए। ड्राइंगरूम में सामान इधर-उधर बिखरा था और खून फैला हुआ था। पीछे के कमरे में जमीन पर नफीसा का शव पड़ा देख वह चिल्लाते हुए बाहर की तरफ भागी। पुलिस ने छानबीन शुरू की। नफीसा के पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। ऐसा लग रहा था कि उसका गला रेता गया है।
पड़ोसियों ने बताया शाम से ही हो रहा था झगड़ा
पुलिस को घर से लोहे की एक रॉड मिली है जिसमें खून लगा है। किचन में कुछ टूटे हुए दांत और रसोई गैस के सिलेंडर के पास 100-100 रुपये के कुछ जले नोट मिले। नफीसा की हत्या की खबर मिलते ही उदयगंज स्थित मायके से भाई शाहिद व अन्य परिवारीजन आ गए।
आसपास के लोगों ने बताया कि शाम से ही नफीसा और उसके पति के बीच झगड़ा हो रहा था। झगड़े व मारपीट की आवाजें बाहर तक आ रही थीं। पुलिस ने अफजल को हिरासत में ले लिया है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि कल्लू डालीगंज का है और त्रिवेणीनगर में फैब्रिकेटिंग की दुकान करता है। ससुरालवालों से नफीसा की नहीं बनी तो वर्ष 2005 में उसने मायकेवालों की मदद से व गहने बेचकर एकतानगर में मकान लिया था।
यहां वह पति और अपने दिव्यांग बेटे सादिक के साथ रहती थी। वारदात के वक्त सादिक अपने कमरे में ही लेटा हुआ था। उसके एक बेटे की मौत हो चुकी है। पुलिस ने घर की पड़ताल की लेकिन लूटपाट की बात स्पष्ट नहीं हो सकी।