हत्या के मामले में शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी तलब
लखनऊ. उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को अदालत ने हत्या के मामले में तलब किया है। यहं के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आनंद प्रकाश सिंह ने हत्या के एक मामले में दाखिल पुलिस की अंतिम रिपोर्ट खारिज कर दी है। वसीम रिजवी व जिया अब्बास को बतौर अभियुक्त इस मुकदमे में 19 अगस्त को तलब किया गया है।
अदालत ने यह आदेश पुलिस की अंतिम रिपोर्ट के खिलाफ कल्बे जव्वाद की ओर से दाखिल प्रोटेस्ट अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है। लखनऊ के वजीरगंज थाने में संबंधित हत्या के इस मामले की एफआईआर कल्बे जवाद ने दर्ज करवाई गई थी।
13 मई, 2016 को विवेचना के बाद पुलिस ने हत्या के इस मामले में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी। कल्बे जवाद ने प्रोटेस्ट अर्जी दाखिल कर इसे चुनौती दी। उनका कहना था कि पुलिस ने तत्कालीन सरकार के दबाव में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की है, जबकि पंचनामा व पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक सैयद कर्रार मेहंदी के सिर व पैर पर चोटों के निशान थे।
यह भी तर्क दिया गया कि उस दौरान जुलुस में मेहंदी की बेटी खुर्शीद फातिमा व कनीज फातिमा भी शामिल थीं। वो इस घटना की चश्मदीद गवाह हैं। इन दोनों ने बयान में स्पष्ट रूप से वसीम रिजवी व उनके साथियों को घटना का जिम्मेदार बताया है। इसके अलावा अन्य गवाहों ने भी अपने बयान में कहा है कि वसीम रिजवी व उनके साथियों ने उनके पिता को घेर लिया था और लाठी-डंडों से पीटा। वो गिर गए और उनकी मौत हो गई।
इन सभी गवाहों ने अपने बयान के समर्थन में एसएसपी को शपथ पत्र भी दिया था। बावजूद इसके विवेचक महंत यादव ने तत्कालीन सरकार व प्रशासन तथा वसीम रिजवी के प्रभाव में गवाहों के बयान को नजरअंदाज कर अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दिया।
यह था मामला
25 जुलाई, 2014 को कल्बे जवाद जुमे की नमाज के बाद बड़े इमामबाड़े से शांतिपूर्वक जुलूस निकालकर शिया वक्फ पर कब्जे के संदर्भ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे थे। शहीद स्मारक के पास पहुंचते ही पुलिस प्रशासन ने जुलूस को रोक लिया। तब उनकी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से बात होने लगी।
आरोप है कि वहां मौजूद वसीम रिजवी व जिया अब्बास तथा चार अन्य लोग अचानक उत्पात मचाने लगे। पुलिस प्रशासन ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस ने बल प्रयोग किया। भगदड़ मच गई। लोग चोटिल हुए और इसमें एक व्यक्ति सैयद कर्रार मेहंदी वहीं गिर गए। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।