लखनऊः झमाझम बारिश से शहर हुआ तर-ब-तर, अभी तीन दिन और मौसम रहेगा सुहाना
उमस भरी गर्मी में बेहाल कर रहे मौसम के तेवरों ने सावन की झड़ी से राहत दी है। झमाझम बारिश से ऐसा भिगोया कि लखनऊ महीने में दूसरी बार सड़कें लबालब हो गईं। इसके साथ ही बारिश का इंतजार कर रहे लोगों के चेहरे खिल उठे।
मंगलवार देर रात से बुधवार दोपहर तक शहर में 112.4 मिमी. हुई बारिश से पूरा शहर तर-बतर हो गया। वहीं, 24 घंटे में लगभग 9 डिग्री तक लुढ़के अधिकतम पारे ने गर्मी से राहत दी। यह सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम 28.3 डिग्री दर्ज किया गया। न्यूनतम पारा सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम 23.8 डिग्री दर्ज हुआ। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल अभी तीन दिनों तक और भिगोएंगे।
मंगलवार देर रात से छिटपुट बूंदाबांदी के बाद बादलों ने बुधवार सुबह लगभग 3:30 बजे से जोर से बरसना शुरू किया तो आठ बजे तक रुक-रुक कर धीमी-तेज बौछारों से पूरा शहर भिगोते रहे। दोपहर एक बजे के आसपास फिर से शहर बादलों के अंधेरे में गुम हुआ तो मूसलाधर बारिश ने शहर लबालब कर दिया।
मौसम विज्ञान केंद्र पर सुबह 8:30 बजे तक 100 मिमी. और बुधवार शाम तक 12.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। वायुमंडल में अधिकतम आर्द्रता स्तर 100 प्रतिशत दर्ज हुआ।
आखिरकार बुधवार दोपहर मेघों ने चुप्पी तोड़कर पूरे शहर को तर-ब-तर कर दिया। कई दिनों से गर्मी और उमस से बेहाल शहरवासियों ने राहत की सांस ली। तापमान में गिरावट आई। वहीं, बारिश के दौरान घिरे काले बादलों की वजह से कम रोशनी में लोगों को दिन में भी वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा।
हालांकि शहर के मुख्य मार्गों से लेकर गली-मोहल्लों में जलभराव से परेशानी भी उठानी पड़ी। रूमी गेट के सामने कुछ दोपहर 2:15 बजे कुछ इस तरह से वाहनों की लाइट जलाकर निकले लोग।
24 घंटे में 9 डिग्री तक लुढ़का पारा
तारीख अधिकतम न्यूनतम
24 जुलाई 28.3 23.8
23 जुलाई 37.1 29.1
तेवर बदल मानसून ने पकड़ा जोर
कुछ दिनों से सुस्त तेवर दिखा रहे मानसून ने बुधवार को जोर पकड़ लिया। इसके चलते लखनऊ समेत प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई। मौसम विभाग ने 27 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मानसून ट्रफ रेखा प्रदेश के कई इलाकों से गुजर रही है। मानसूनी करंट जोरों पर होने से नमी बरकरार है। इसके चलते शनिवार तक प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राजधानी में भी बौछारें जारी रहने का दौर शनिवार तक चलेगा। 27 जुलाई के बाद मौसम सिस्टम सुस्त होने से बारिश में धीमे-धीमे कमी आना शुरू होगी। – जेपी गुप्ता, निदेशक आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र