उन्नाव रेप केस : ‘विधायक जेल के अंदर से फोन कर कहते हैं जिंदा रहना चाहते हो तो बयान बदल दो’
Abpbharat news – उन्नाव रेप केस की पीड़िता के एक्सीडेंट के एक दिन बाद रेप के आरोप में जेल में बंद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि वह जेल के अंदर से फोन करके पीड़ित परिवार को धमकाते थे. आपको बता दें कि कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें उसकी मौसी और एक रिश्तेदार महिला की मौत हो गई थी और रेप पीड़िता और उनका वकील गंभीर रूप से घायल है. घटना के बाद कुलदीप सिंह सेंगर सहित 9 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जिस ट्रक ने टक्कर मारी है उसकी नंबर प्लेट काले रंग से पेंट कर दी गई थी. हालांकि पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक और उसके सहयोगी को पकड़ लिया है. वहीं पीड़ित परिवार का आरोप है कि विधायक कुलदीप सेंगर ने ही एक्सीडेंट करवाया है. फिलहाल राज्य सरकार ने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने के लिए सिफारिश कर दी है.
एक अन्य मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पीड़िता के चाचा की ओर से लगाए आरोप में कहा गया है कि जेल के अंदर से कुलदीप सेंगर धमकी भरे फोन कर कहते थे कि अगर जिंदा रहना चाहते हो तो अदालत में बयान बदल दो. पीड़िता और उसकी मौसी और रिश्तेदार उन्हीं से मिलकर रायबरेली से उन्नाव वापस जा रहे थे. रास्ते में गुरुबख्श सिंह नाम की जगह के पास ट्रक ने इनकी कार को टक्कर मारी थी. शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों ने धमकी दी थी कि अगर उन्होंने केस में समझौता नहीं किया तो सभी की हत्या कर दी जाएगी. इस बात को लेकर जब पुलिस से शिकायत की गई तो उसका कहना था कि कुलदीप सिंह सेंगर एक विधायक हैं और बीजेपी के साथ हैं. पीड़िता के चाचा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी नौकरी के डर से उन्हें समझौता करने के लिए कहा. चाचा ने कहा कि विधायक के लोग कहते हैं कि पूरी सरकार उनके साथ हैं. आरोप में यह भी कहा गया यह धमकियां इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से रेप के मामले में एक सह अभियुक्त की जमानत खारिज होने के बाद से बढ़ गई हैं. मुलाकात के दौरान चाचा ने परिवार को दिल्ली चले जाने को कहा था ताकि वहां सुरक्षित रह सकें.
पुलिस पर भी सवाल
एफआईआर में कहा गया है कि सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ही पीड़िता के हर पल की जानकारी कुलदीप सिंह सेंगर को देता था.
गौरतलब है कि कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक हैं. वह रेप के मामले में एक साल से जेल के अंदर हैं. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ रेप किया जब वह उनके घर 2017 में नौकरी की तलाश में गई थी. इसके बाद उसके पिता को पुलिस पकड़ ले गई जहां हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत के पहले कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सेंगर और उनके लोगों ने पुलिस हिरासत में ही पिता की पिटाई की थी. अतुल सिंह सेंगर को भी हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
रेप पीड़िता के एक्सीडेंट के चश्मदीद ने बताया- करीब 100 की स्पीड में था ट्रक