देश की सुरक्षा को खतरा, लखनऊ में पासपोर्ट बनवा रहे बांग्लादेशी, जांच में हुआ पूरे खेल का खुलासा
भारत की नागरिकता के बगैर बांग्लादेशी लखनऊ से पासपोर्ट बनवाकर खाड़ी देशों की राह पकड़ रहे हैं। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर जांच की गई तो विदेशी लोगों के पासपोर्ट बनवाने के खेल की पोल खुली है।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक जनवरी से जून तक 50 से अधिक बांग्लादेशियों के पासपोर्ट जब्त कर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी कार्यालय भेजे गए हैं। पासपोर्ट विभाग अब तक 14 पासपोर्ट की जांच पूरी कर चुका है।
ये सभी पासपोर्ट विदेशी मूल के बांग्लादेशियों के हैं, जो लखनऊ से बने हैं। इंटेलीजेंस से जांच रिपोर्ट आने के बाद ऐसे पासपोर्ट धारकों के खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा और पासपोर्ट निरस्त किया जाएगा।
एक नहीं दो-दो पासपोर्ट
एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि पासपोर्ट की इमीग्रेशन जांच के दौरान बांग्लादेशियों के पास से दो-दो पासपोर्ट बरामद हुए। दोनों पर फोटो तो उनकी थी, मगर नाम और पता बदला हुआ था। ऐसे बांग्लादेशी तब फंसे जब जांच में पासपोर्ट दूसरे के नाम का सौंपा और पूछताछ में सही नाम बता बैठे।
पासपोर्ट कार्यालय ने अमौसी से जब्त किए गए पासपोर्ट की जांच में पाया कि दस्तावेज के रूप में अटैच किया गया आधार प्रमाण पत्र असली है। बांग्लादेशियों ने आधार बनवाने के लिए जाली दस्तावेज का सहारा लिया। ऐसे में जांच के दायरे में पुलिस आ गई है।
डीजी, एसपी को लिखा पत्र
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने जाली दस्तावेज से बनवाए गए 14 पासपोर्ट का ब्योरा इंटेलीजेंस के डीजी एवं संबंधित एसपी को भेज कर गहन जांच करने को कहा है। सूत्र बताते हैं कि पासपोर्ट बनवाने की औपचारिकताएं लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर एवं वाराणसी पासपोर्ट सेवा केंद्र से पूरी कराई गई हैं।
विदेशी होना कबूला
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी के पत्र पर लखनऊ पुलिस ने छानबीन की। पुलिस ने जिन पासपोर्ट धारकों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने बांग्लादेशी होने की बात कबूल की। अब पुलिस पासपोर्ट धारक के जरिये पासपोर्ट बनवाने वाले सिंडीकेट की तलाश में है।
10 हजार में बनाए जा रहे पासपोर्ट
सूत्रों के अनुसार पासपोर्ट सेवाकेंद्रों के दलालों का सिंडीकेट 10 हजार रुपये में बांग्लादेशियों का पासपोर्ट बनवा रहा है। सिंडीकेट शिक्षित व अशिक्षित बांग्लादेशियों को पासपोर्ट बनाने की औपचारिकताएं पूरी कराने के लिए जन्म व शिक्षा से जुड़े दस्तावेजों को जाली तैयार कराता है। इन दस्तावेजों से बांग्लादेशियों के आधार प्रमाण पत्र बनवाए जाते हैं। इसके बाद सिंडीकेट आधार के जरिये पासपोर्ट के लिए आवेदन करता हैं।
सूत्र यह भी बताते है कि सिंडीकेट की अंदरखाने सांठगांठ होने के कारण आधार के जरिये ही पासपोर्ट बनाने की संस्तुति कर दी जाती है। इसके बाद आवेदक से वसूली गई रकम की बंदरबांट होती है।
निरस्त होंगे पासपोर्ट
लखनऊ परिक्षेत्र विदेश मंत्रालय के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा का कहना है कि अफसरों ने अमौसी एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन जांच के दौरान बांग्लादेशियों से जो पासपोर्ट जब्त किए, उनमें से 14 जांच में अवैध पाए गए हैं। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट आने पर इन पासपोर्ट को निरस्त कर दिया जाएगा।