आइआरपी वाहन पर आतंकी हमला, एक शहीद व दो घायल, आतंकियों के खिलाफ सख्त होगी कार्रवाई
आतंकियों ने शाम जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पांपोर में राज्य पुलिस से संबंधित आइआरपी (इंडियन रिजर्व पुलिस) की 17वीं वाहिनी के वाहन पर हमला किया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद व दो अन्य घायल हो गए। हमले के बाद आतंकी भाग निकले, जिन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है।
जानकारी के अनुसार, आइआरपी के जवानों के वाहन श्रीनगर से पट्टन (अनंतनाग) की ओर जा रहे थे। हाईवे पर स्थित गलंदर, पांपोर बाईपास पर कंडीजाल के पास शाम करीब सवा आठ बजे आतंकियों ने आइआरपी के टाटा-407 वाहन पर हमला किया।
आतंकियों ने वाहन पर दो तरफ से गोलियां चलाई। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। काफिले के साथ चल रहे अन्य जवानों ने तुरंत वाहन रोके और जवाबी फायर किया। इस पर आतंकी भाग निकले। घायल तीनों पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए सेना के 92 बेस अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां पुलिसकर्मी तनवीर अहमद ने दम तोड़ दिया, जबकि मुदस्सर अहमद और मोहम्मद आयूब का उपचार जारी है।
डीआइजी दक्षिण कश्मीर रेंज अमित कुमार ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकियों को पकड़ने के लिए चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है।बैंक लूटने आए आतंकी भागे :कुलगाम के चौवलगाम में बुधवार दोपहर बाद तीन आतंकी बैंक लूटने के इरादे से बिना नंबर वाली कार में स्थानीय बैंक शाखा के पास पहुंचे।
जैसे ही आतंकी बाहर निकलने लगे, सुरक्षाबलों ने उन्हें देख लिया। जवानों ने गोली चलाई तो आतंकियों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा।
बेमिना इलाके में चलाया कासो :
श्रीनगर के बेमिना इलाके में तड़के पुलिस और अर्द्धसैनिकबलों ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर कासो चलाया। यह अभियान करीब दो घंटे चला, लेकिन आतंकियों का सुराग नहीं मिलने पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी हटा ली। रमजान सीजफायर समाप्त होने के बाद श्रीनगर के किसी हिस्से में यह पहला कासो था।
आतंकियों के खिलाफ सख्ती कार्रवाई होगी : डीजीपी
पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने बुधवार को राज्य में आतंकरोधी अभियानों में तेजी लाने का संकेत देते हुए कहा कि रमजान संघर्षविराम में उन्होंने खुद को संगठित करने और अपनी गतिविधियां बढ़ाने का पूरा फायदा उठाया। अब उनके खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई होगी।
राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने से सुरक्षातंत्र और आतंकरोधी अभियानों पर होने वाले असर के बारे में पत्रकारों से डॉ. वैद ने कहा कि अब अभियान तेज होंगे। सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने में ज्यादा हिचक नहीं होगी। राज्यपाल शासन में कुछ चीजें आसान होती हैं। हमने आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान बंद नहीं बल्कि रमजान संघर्षविराम के चलते सिर्फ स्थगित किए थे।
अब आने वाले दिनों में हमारे अभियान तेज होंगे। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि रमजान संघर्षविराम का आतंकियों ने खुद को संगठित करने और अपने लिए नए ठिकाने का फायदा लिया। इस दौरान सभी सुरक्षाबलों को अपने संस्थानों और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को यकीनी बनाने व पूरी तरह सजग रहने को कहा गया था ताकि अगर किसी जगह आतंकी हमला करें तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। सिर्फ आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाने से मना किया गया था। सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश था कि किसी भी जगह आतंकियों के छिपे होने की पक्की खबर के बावजूद उन्हें पकड़ने के लिए अभियान न चलाया जाए। खैर, अब हम आतंकियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई करने जा रहे हैं।
हालात में व्यापक सुधार होगा उन्होंने कहा कि अब यहां राज्यपाल शासन है और इसका असर वादी के सुरक्षा परिदृश्य पर भी होगा। मुझे पूरा यकीन है कि सभी चीजें प्रभावी रूप से होंगी और हालात में व्यापक सुधार होगा।
औरंगजेब की हत्या में लिप्त आतंकी जल्द मारे जाएंगे
पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की जांच संबंधी सवाल में उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ अहम सुराग जुटाए गए हैं। उनका खुलासा करना अभी अनुचित नहीं होगा। लेकिन अगले चंद ही दिनों में पुलिस इस मामले की पूरी गुत्थी को हल कर लेगी। इसी तरह सैन्यकर्मी औरंगजेब की हत्या में लिप्त आतंकियों को भी चिन्हित कर लिया गया है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा या मार गिराया जाएगा। हम उनके पीछे लगे हुए हैं।