चंडीगढ़ से एक अलग ही वाक़्या सामने आया है जहा पर एक स्कूल की प्रिंसिपल की उम्र महज़ 11 साल है और कद पौने तीन फीट। मामला पंजाब के फिरोजपुर में प्रिंसिपल बनने का सपना देखने वाली छठी कक्षा की 11 वर्षीय छात्रा खुशी का है। ख़ुशी का सपना था की वो बड़ी होकर अपने स्कूल की प्रिंसिपल बने ।
खुशी का सपना सोमवार को उस समय पूरा हो गया, जब स्कूल प्रशासन ने उसे सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़की) का एक दिन के लिए प्रिंसिपल बना दिया गया। खुशी महज पौने तीन फीट की है। सोमवार सुबह खुशी को घर से रिसीव करने के लिए विधायक परमिंदर सिंह पिंकी और स्कूल प्रिंसिपल पहुंचे।
खुशी का स्वागत स्कूल पहुंचने पर बैंड-बाजे के साथ किया गया और फिर वह प्रिंसिपल रूम में पहुंचकर कुर्सी पर बैठी। कुछ दिन पहले इस स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम और लैब का उद्घाटन करने के लिए विधायक पहुंचे थे, तब उनकी मुलाकात खुशी से हुई। उन्हें पता चला कि बच्ची के पिता नहीं हैं और वह बेहद गरीब परिवार से है। इसके बाद उन्होंने बच्ची से बातचीत की। बच्ची ने बताया कि वह बड़े होकर इसी स्कूल में प्रिंसिपल बनना चाहती है।
बता दें कि बच्ची की हौसला अफजाई और उसके आत्मविश्वास को और मजबूत करने के लिए उसे एक दिन के लिए स्कूल का प्रिंसिपल बनाने का फैसला लिया, जिसके तहत सोमवार को खुशी को प्रिंसिपल बनाया गया। खुशी को 51 हजार रुपये की एफडीआर भी करवाकर दी गई है, जिसे वह जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकती है। स्कूल में 1100 बच्चियां पढ़ रही हैं इससे उनका मनोबल भी ऊंचा होगा। स्कूली छात्राओं के साथ विधायक ने लंगर भी खाया।
खुशी ने प्रिंसिपल बनने के बाद स्कूल का दौरा किया। स्कूल में बनाए गए नए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का जायजा लिया और वहां मौजूद सभी अतिथियों को नए सिस्टम के बारे में बताया। खुशी ने स्कूल में आरओ सिस्टम और मिड मेड शैड पर छत लगवाने की इच्छा जताई, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। खुशी की मां रोजी बाला ने कहा कि इससे उनकी बेटी का प्रिंसिपल बनने के लक्ष्य के प्रति मनोबल और बढ़ेगा।