ऑनलाइन जहर खरीद पत्नी और बच्चों संग की इंजीनियर ने खुदकुशी, जाने पूरा मामला
मध्य प्रदेश के इंदौर से एक दिल दहला देने वाला वाक़्या सामने आया है। इंदौर के एक रिसॉर्ट में 4 लाशें पायी गयी जिसके बाद से पूरे रिसॉर्ट में तनाव का माहौल बना हुआ है। दरअसल यहाँ एक इंजीनियर ने अपनी पत्नी, जुड़वाँ बच्चों बेटे और बेटी के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि इंजीनियर नौकरी खोने के बाद से तनाव में था। पुलिस को ऑनलाइन जहर खरीदने के सबूत भी मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक इंजीनियर ने ऑनलाइन सोडियम नाइट्रेट ऑर्डर किया था, जिसे खा कर उसने अपने परिवार के साथ खुदखुशी कर ली। पुलिस का यह भी मानना है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग में इंजीनियर को नुकसान हुआ था जिसके बाद से ही वो तनाव में रहता था।
गौरतलब है कि पुलिस इंजीनियर के लैपटॉप और मोबाइल फोन पर बैंक खातों के बुक , ई-मेल और अन्य डिटेल स्कैन कर रही है, ताकि आत्महत्या के और कारण सामने आ सके।
आपको बता दे कि 45 वर्षीय इंजीनियर अभिषेक सक्सेना, अपनी 42 वर्षीया पत्नी प्रीति सक्सेना और 14 वर्षीय जुड़वां बच्चों अद्वित और अनन्या के साथ इंदौर के एक रिसॉर्ट में मृत पाए गए थे। गुरुवार शाम कमरे से कोई बाहर नहीं निकला तो रिसॉर्ट के कर्मियों ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला था,जहाँ उन्हें चारों के शव पड़े मिले थे।
बताया गया कि जब पुलिस टीम रिसोर्ट पहुंची तो जांच में पाया कि मरनेवालों के नाखून नीले पड़ गए थे और उनके मुंह में झाग था। कमरे में एक केमिकल की बोतल भी मिली फ़िलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पहले पत्नी और बच्चों को मारा, फिर खुद को
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अभिषेक ने पत्नी और बच्चों को पहले मारा उसके बाद खुदकुशी की होगी। उन्होंने पहले अपनी पत्नी और बच्चों को केमिकल की एक निश्चित खुराक दिया और फिर खुद भी खुराक खा कर खुदखुशी की।
अगर सबूत की बात करे तो सबूत इस ओर भी इशारा करते हैं कि अभिषेक और उसकी पत्नी ने अपने बच्चों को मारने से पहले खुद को मार डाला। पुलिस ने बताया कि सोडियम नाइट्रेट के ऑनलाइन ऑर्डर के बारे में हमें इंजीनियर के लैपटॉप के सॅर्च हिस्ट्री से जानकारी मिली।
मिली जानकारी के मुताबिक अभिषेक पहले दिल्ली में रहता था। चार साल पहले परिवार के साथ वह एनसीआर के द्वारका से मध्यप्रदेश के इंदौर आ गए थे। जिस वक्त उसने परिवार के साथ खुदकुशी की, उस वक्त अभिषेक की 82 वर्षीय मां अपोलो डीबी सिटी में अपने किराए के फ्लैट में अकेली थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभिषेक इंदौर में एक सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ नौकरी खो दी थी। उसकी पत्नी भी एक मल्टीनेशनल ई-कॉमर्स कंपनी के साथ काम कर रही थीं, लेकिन पर्याप्त पैसे नहीं कमा पा रही थी। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को दिल्ली से आए कुछ रिश्तेदारों को सौंप दिया गया।