सहारनपुर:10 साल से क्लीनिक चला रहा फर्जी डॉक्टर,MBBS की डिग्री के साथ गिरफ्तार.
पिछले 10 सालों से चला रहे नर्सिंग होम के फर्जी डॉक्टर को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।आरोपी डॉक्टर ने फर्जी रजिस्ट्रेशन और फर्जी डिग्री के आधार पर नर्सिंग होम चलाने के लिए बैंक से लोन ले रखा था।पकड़े गए आरोपी का नाम ओमपाल शर्मा है जो कि देवबंद क्षेत्र में राजेश शर्मा के नाम पर शिवम नर्शिंग होम चला रहा था।अभियुक्त के प्रपत्रों पर रजिस्ट्रेशन कर्नाटका मेडिकल काउंसलिंग से राजेश आर के नाम पर पाया गया।इस फर्जी प्रपत्रों और डिग्री के जरिये आरोपी ने भारत सरकार की आंख में धूल झोंककर आयुष्मान योजना में भी रजिस्ट्रेशन कराया हुआ था।
डॉ राजेश शर्मा नाम का एक व्यक्ति 10 सालों से देवबंद क्षेत्र में रहकर चिकित्सा कार्यकर रहा था।चौंकाने वाला मामला तब सामने आया जब चिकित्सक की MBBS की डिग्री फर्जी पाई गई।इस संबंध में एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्त ओमपाल शर्मा पुत्र रामचंद्र शर्मा पट्टीधर थाना छपरौली जनपद बागपत धनघोशिया कस्बा का निवासी है।
डॉ राजेश शर्मा के नाम से फर्जी डिग्री से कस्बे में मकबरा रोड पर शिवम नर्सिंग होम चल रहा था।जिसके द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर 61490 पर कर्नाटका मेडिकल काउंसलिंग से राजेश आर पुत्र श्रीरामास्वामी एचएम के नाम से वर्ष 2001 में रजिस्ट्रेशन पाया गया।इनकी डीएनबी(जनरल सर्जरी)सर्टिफिकेट पर कोई नंबर नहीं है और रजिस्ट्रेशन नंबर 51251 यूपी मेडिकल काउंसिल पर किसी राजेश आर पुत्र श्रीरामास्वामी एचएम नाम नहीं पाया गया।उक्त डॉ सीएचसी देवबंद में संविदा पर नौकरी कर रहा था।साथ ही भारत सरकार की योजना आयुष्मान के तहत भारत सरकार में भी रजिस्ट्रेशन करा रखा है।वहीं नर्सिंग होम के नाम पर बैंकों से भारी रकम लोन के रूप में प्राप्त कर चुका है,जिसको गिरफ्तार कर आज जेल भेजा जा रहा है।
जानकारी मिली है कि 10 साल से फर्जी MBBS की डिग्री के आधार पर डॉ राजेश एक वैध व्यक्ति हैं,जो बेंगलुरु में प्रैक्टिस कर रहे हैं उनकी डिग्री को फर्जी तरीके से इस्तेमाल करयहां सरकारी नौकरी कर रहा है।चिकित्सक के मुताबिक वह अब तक लगभग हज़ारों ऑपरेशन कर चुका हैं।बिना उचित डिग्री के आरोपी द्वारा नर्सिंग होम स्थापित करना एवं चिकित्सीय प्रैक्टिस करने के आधार पर पहले से इनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत हुआ था।जिसके बाद जांच की गई जिसमें सारी डिग्रियां अवैध पाई गईं इसीलिए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।