घर में ही फंदा लगाकर तीन भाइयों ने की आत्महत्या, आठ पेज का छोड़ा सुसाइड नोट
पंजाब के लुधियाना से एक दिल को दहला देने वाली खबर सामने आयी है। यहाँ छोटी दिवाली की रात तीन भाइयों ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता इलाके में दुर्गंध फैलने पर चला। लोगों ने दुर्गंध फैलने की सूचना डेहलो पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की, तो पता चला कि उक्त घर में रह रहे भाई नजर नहीं आए।
किसी अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस ने घर में घुसकर छानबीन की, तो तीन युवक फंदे पर झूलते मिले। घर में ही एक बुजुर्ग भी मिले। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। फिलहाल सुसाइड किए जाने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है, पूछताछ अभी चल रही है।
पुलिस ने मौके पर मिले आठ पेज के सुसाइड नोट के आधार पर दो फाइनेंसरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उनकी तलाश की जा रही है।
चलने फिरने में असमर्थ पिता भी घर में ही मिले
थाना डेहलो प्रभारी मनजीत कौर ने बताया कि कुलदीप सिंह (37), मलकीत सिंह (35) और दविंदर सिंह (33) तीनों सगे भाई हैं। तीनों भाई अभी कुंवारे थे और एक फैक्टरी में काम करते थे। उनकी मां का काफी समय पहले देहांत हो चुका है। तीनों पिता हरजिंदर सिंह के साथ ईशर नगर में किराये के मकान में रहते थे।
बता दें कि 27 अक्तूबर की दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि ईशर नगर के एक घर में तीन भाइयों ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने मौके पर जांच की तो पता चला कि तीनों भाइयों ने लगभग दो या तीन दिन पहले फंदा लगाया था। उनके पिता हरजिंदर सिंह बीमार होने के कारण बेड से उठ नहीं सकते थे।
बताया गया कि जब काफी समय तक उनके पास कोई बेटा नहीं आया और शवों से दुर्गंध आने लगी तो आसपास के लोगों को उन्होंने किसी तरह सूचित किया। पुलिस ने मौके से आठ पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। इसके आधार पर पुलिस ने दो फाइनेंसर कुलदीप सिंह और कुलवंत सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।
सुसाइड नोट में इन दोनों फाइनेंसर का सिर्फ नाम लिखा गया था इसलिए अब तक पुलिस उनका पता नहीं लगा पाई है।
खाली कागजों पर साइन करवा करोड़ों की जमीन हड़पी
सुचना के आधार पर सुसाइड नोट में पाया गया कि हम तीनों भाई दुखी होकर आत्महत्या कर रहे हैं। हमारी मौत के लिए कुछ हद तक पिता हरजिंदर सिंह भी जिम्मेदार हैं। हमारा बचपन गरीबी में बीता था। अब वह एक आइटम तैयार करने लगे थे जिससे अच्छी आय होने लगी थी। उन्हें काफी मात्रा में निवेश चाहिए था। इसके लिए चेत सिंह नगर वाला घर बेच दिया।
पिता की जिद के कारण घर बेचने पर उन्हें कैश की जगह एक प्लाट लेना पड़ा। हमने पिता को बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। इससे उनका कारोबार चौपट हो गया। मां की मौत के बाद पिता दूसरी शादी करने की जिद करने लगे थे। उनका कहना था कि अगर उनकी शादी नहीं हुई तो वह किसी बेटे की शादी नहीं होने देंगे लेकिन हमारी मौत के बाद पिता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए।
इस दौरान उन्होंने फाइनेंसर कुलवंत सिंह और कुलदीप सिंह से पैसा उधार लिया था। उन्होंने हमारा प्लाट 1.25 करोड़ रुपये में बेचने की बात कही। दोनों फाइनेंसर ने झांसा देकर खाली कागजों पर साइन करवा लिए। दोनों फाइनेंसर ने सिर्फ 13 लाख रुपये थमा कर सारी जमीन हड़प कर ली इसलिए सभी भाई इन दोनों फाइनेंसर के कारण आत्महत्या कर रहे हैं।