उत्तराखंड के टिहरी में आयोजित रैबार सम्मेलन में पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पुराने दिन याद कर खुश नजर आए। उन्होंने टिहरी झील में 20 मिनट तक बोटिंग का लुत्फ भी उठाया।
कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड और टिहरी से मेरा पुराना नाता रहा है। उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि है। मैंने अपनी हाई स्कूल की परीक्षा टिहरी से ही दी थी। 1986-87 के बाद अब 33 साल बाद टिहरी आने का मौका मिला।
डोबरा में झील में बने फ्लोटिंग हट्स में कुछ देर रुके। झील में बोटिंग करने के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने जाखणीधार की तरफ देखते हुए कहा कि वह एक बार सिद्धपीठ चंद्रबदनी मंदिर भी गए थे।
उत्तराखंड से जुड़ना मेरा सौभाग्य है। यह सम्मेलन टिहरी झील को विश्वस्तर पर नए साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने में मील का पत्थर साबित होगा। इससे पर्यटन के साथ ही पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और यूपी अपने 17 साल पुराने मुद्दे जल्द सुलझाएंगे। पहाड़ के लोग अपनी जड़ से जुड़ें। उत्तराखंड सोलर पावर का हब बन सकता है। कहा कि गंगा और यमुना ने उत्तर भारत को सींचा है। पहाड़ में कृषि व्यवसाय से लाखों लोगों को रोजगार भी मिल सकता है। राज्य में रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं।