कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने बुधवार को एक टेलीविजन चैनल से बात करते हुए नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड मामले में हिंदूवादी संगठन सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमुख जयंत आठवली को जेल भेजने की मांग की है। प्रतिबंध से विचार नहीं मरते। बता दें कि शिवसेना और सनातन संस्था की विचारधारा एक है। दोनों का कार्यक्षेत्र भी महाराष्ट्र होने के कारण सामान्य शिवसैनिक सनातन संस्था के विरोधी नहीं रहे हैं।
बता दें कि यदि शिवसेना कदम उठाती है, तो उसकी हिंदुत्ववादी छवि पर आंच आ सकती है।शिवसेना द्वारा व अन्य साथी पार्टियों द्वारा इसपर एक साथ काम करने का तय हुआ था। अब जहां सरकार बनी भी और कई दिन भी हो गए, लेकिन अब बगावती सुर भी बाहर आ गए। बता दें कि सोमवार को लोकसभा में पेश हो सकता है गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला विधेयक।
कांग्रेस ने भी कोरेगांव-भीमा के आरोपियों से केस वापस लेने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने वाली शिवसेना ने भी इस मामले पर अपना रुख साफ कर दिया है।
वह भाजपा के इस बिल के समर्थन में है। एक मीडिया चैनल से बातचीत में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार की बात अपनी जगह है, लेकिन देश के मामले में वह अपने कमिटमेंट पर अडिग हैं।