जानिए आईटीआई में देखने को मिली शांति,जवानों ३० घंटे बाद खाने को दिया गया खाना .
आइटीबीपी के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि किसी भी जवान को किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत हो तो अपने शीर्ष अधिकारियों से जरूर बात करें। नारायणपुर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के कैंप में एक कांस्टेबल के अपने पांच साथियों को गोली मारने की घटना की जांच होगी। आइटीबीपी के आला अधिकारियों ने बताया कि डीआइजी स्तर के अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा जाएगा।
इस टीम में तीन सदस्यों को शामिल किया जाएगा। इसमें बटालियन के प्रभारी अधिकारी और बैरक के प्रभारी अधिकारी को शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि टीम घटना के कारणों, गोलीबारी की परिस्थिति और उससे बचाव के उपाय के बारे में एक महीने में रिपोर्ट देगी। बैरक के जवानों से भी पूछताछ की जाएगी और घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली जाएगी।
ऐसे में गुरुवार को यहां के जवानों के चेहरे की घोर उदासी और उन्नींदी आंखें बयां कर रहती रहीं कि हालात से उबरने में जवानों को अभी वक्त लगेगा। फायरिंग की घटना के बाद करीब 30 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन जवानों ने न तो नाश्ता किया है, न भोजन। हालात ऐसे कि जवानों को समझाने, हौसला देने के लिए आए आइटीबीपी के आला अधिकारियों को भी पसीने छूट गए। जवान किसी तरह माने और अधिकारियों के साथ खाना खाया।