श्रीमद्भगवद्गीता की 11 खास बातें जाने, गीता जयंती पर क्या करे .
आप सभी श्रीमद्भगवद्गीता के बारे में तो जानते होंगे श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान का अद्भुत भंडार है। गीता मानव मात्र को जीवन में प्रतिक्षण आने वाले छोटे-बड़े संग्रामों के सामने हिम्मत से खड़े रहने की शक्ति देती है। गीता कहती है कि जीवन रोने के लिए नहीं, भाग जाने के लिए नहीं है, हंसने और खेलने के लिए हैं। यह हमें संकटों से, हिम्मत से लड़ने की प्रेरणा देती है।
1. श्रीमद्भगवद्गीता एक दिव्य ग्रंथ है। गीता मरना सिखाती है, जीवन को तो धन्य बनाती ही है। यह हमें पलायन से पुरुषार्थ की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।
2. गीता जयंती मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को मनाई जाती है।
3. श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रंथों में से एक है।
4. गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयंती मनाई जाती है।
5. श्रीमद्भगवद्गीता की पृष्ठभूमि महाभारत का युद्ध है।
6. श्रीमद्भगवद्गीता के 18 अध्याय हैं और महाभारत का युद्ध भी 18 दिन ही चला था।
7. अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था।
8. गीता में कर्तव्य को ही धर्म कहा है। भगवान कहते हैं कि अपने कर्तव्य को पूरा करने में कभी भी लाभ-हानि का विचार नहीं करना चाहिए।