वर्ष 2030 तक शहरों में बदल जाएगा, तीन लाख वर्ग किमी का दायरा.
व विविधता पर बढ़ते शहरीकरण का सीधा प्रभाव उष्णकटिबंधीय तटीय क्षेत्रों जैसे-चीन, ब्राजील और नाइजीरिया में अधिक गंभीर होगा क्योंकि यहां जैव विविधता का स्तर काफी उच्च है।
वैज्ञानिक सही स्थानों पर शहरी विकास के प्रभावों का अध्ययन नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण बढ़ते शहरीकरण की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही। उन्होंने कहा कि शहरीकरण के कारण हमारी प्रकृति पर पड़ने वाले प्रभावों की पूरी और स्पष्ट तस्वीर देखने के लिए हमें और अधिक अध्ययन की जरूरत है।
शोधकर्ताओं ने कहना है की दक्षिणी गोलार्ध में कम आय वाले देशों में शहरों का विस्तार होने से प्राकृतिक आवासों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है, जो कि गंभीर और चिंताजनक है।
72 फीसद शोध उच्च आय वाले देशों में हुए हैं, जहां शहरीकरण का जैव विविधता पर सबसे ज्यादा असर देखा जाता है। शोधकर्ताओं का दावा है कि कम आय वाले देशों में यह स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है।