बढ़ते प्रदुषण के कारण उम्र से पहले हो रहे बूढ़े, तो जानिए ये खास टिप्स .
एक्ज़िमा या स्किन इरिटेशन, त्वचा में जलन, खुजली और रैशेज़ होने लगते हैं। प्रदूषण बढ़ने पर त्वचा को दोहरा नुकसान होता है। दरअसल सूरज की यूवी किरणों के सम्पर्क में आने से त्वचा का टेक्स्चर और हेल्थ बिगड़ने का डर हमेशा बना रहता है। इसके अलावा धूल-गंदगी से भरी हवा और धुआं भी आपकी स्किन को बीमार बना देता है।
एक्ज़िमा या स्किन इरिटेशन, त्वचा में जलन, खुजली और रैशेज़ होने लगते हैं। प्रदूषण बढ़ने पर त्वचा को दोहरा नुकसान होता है। दरअसल सूरज की यूवी किरणों के सम्पर्क में आने से त्वचा का टेक्स्चर और हेल्थ बिगड़ने का डर हमेशा बना रहता है। इसके अलावा धूल-गंदगी से भरी हवा और धुआं भी आपकी स्किन को बीमार बना देता है।
त्वचा का रूखापन बढ़ने की एक वजह प्रदूषण भी है। प्रदूषित हवा त्वचा की नमी कम कर देती है, जिससे स्किन का रूखापन बढ़ जाता है। प्रदूषण और ड्राईनेस की वजह से स्किन इलास्टिसिटी भी कम हो जाती है, नतीजतन त्वचा पुरानी दिखने लगती है और चेहरे का ग्लो खत्म होने लगता है।
शरीर की त्वचा के साथ-साथ सिर की त्वचा या स्कैल्प पर भी प्रदूषण का असर होता है। हवा के साथ केमिकल्स औऱ धूल-मिट्टी सिर की त्वचा में मौजूद पोर्स और बालों से चिपक जाते हैं। इनकी वजह से स्क्लैप पर खुजली, फोड़े और डैंड्रफ जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इससे बाल कमज़ोर होने लगते हैं।