रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले की ननकाना साहिब पर हमले जैसी घटनाओं ने CAA कानून लाने को किया विवश
बीजेपी के जनजागरण में महासंपर्क अभियान का नेतृत्व करने लखनऊ पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह चिंता का विषय है और ऐसे ही हालात के चलते नागरिकता संशोधन अधिनियम लाना पड़ा. मीडिया से बातचीत में रक्षामंत्री ने कहा कि नागरिक संशोधन अधिनियम उनके लिए है जिनका धार्मिक उत्पीड़न हुआ है. उन्होंने कहा कि विपक्ष से ये मेरा सवाल है कि जब पहले इस तरह की व्यवस्था की गई तो अब अवय्वस्था क्यों उत्पन्न की जा रही है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि यह पक्की सोच है जो पक्का हिंदुस्तान का है और वो जाति पंथ के आधार पर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस नागरिकता से किसी पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा. पिछले 6 वर्षों में 3 हजार लोगों को देश की नागरिकता दी गई, जिसमें इस्लाम के मानने वाले भी हैं. उन्होंने कहा कि गुमराह करने का सिलसिला बंद होना चाहिए. भारत की सांस्कृतिक विशेषता है कि सारे देश को अपना मानते हैं. रक्षामंत्री आगे कहते हैं कि यह नागरिकता संशोधन पुस्तक वितरित कर रहे हैं, लोग उसे पढ़ें. वहीं एनआरसी पर पूछे गए सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा एनआरसी (NRC) केवल असम में लागू हो रही है और वो भी कोर्ट के आदेश पर हुई है.