गहलोत का फैसला प्रदेश में नहीं होगी शराबबंदी बल्कि जागरूकता अभियान चलाया जाएगा
आपको बता दे गहलोत सरकार प्रदेश में शराबबंदी नहीं करेगी शराबबंदी के लिए बनाई गई हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने इसको लेकर प्रदेश में जारी तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है. हाई पावर कमेटी की बैठक के बाद मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि सरकार का प्रदेश में शराबबंदी लागू करने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि शराब के दुष्परिणामों को लेकर प्रदेशभर में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
कैबिनेट मंत्री डॉ. बीडी कल्ला की अध्यक्षता में शराबबंदी को लेकर गठित उच्च स्तरीय कमेटी की शुक्रवार को सचिवालय में बैठक हुई. बैठक के बाद डॉ. कल्ला ने कहा कि गुजरात और बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन गुजरात में शराबबंदी के अनुभव ठीक नहीं है. वहां पर शराब आसानी से उपलब्ध है. हालांकि फिर भी विभाग और एनजीओ के पदाधिकारी गुजरात और बिहार जाकर स्थिति देखेंगे. लेकिन शराबबंदी की कोई संभावना नहीं है. इसमें एनजीओ का सहयोग भी लिया जाएगा.
बतादे बीजेपी सरकार में पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा ने प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू किया था और बाद में उनकी मौत हो गई थी. गुरुशरण छाबड़ा की मौत के बाद राज्य में शराबबंदी आंदोलन का बीड़ा उनकी पुत्रवधू पूजा छाबड़ा ने उठाया. पूजा छाबड़ा ने गहलोत सरकार के शासन में शराबबंदी के लिए आमरण अनशन शुरू किया था. उसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने पूजा छाबड़ा को आश्वासन दिया था कि सरकार शराबबंदी के विकल्पों पर विचार करेगी.