मुंबई में शिवसेना ने कहा की कांग्रेस ने नहीं दिया बैठक में शामिल होने का न्यौता
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आज दिल्ली में विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं. कांग्रेस ने CAA को रोकने के लिए सभी पार्टियों से इस बैठक में पहुंचने की अपील की थी. लेकिन अब कुछ पार्टियों ने इस विरोध में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है. खबर थी कि पश्चिम बंगाल की सीएम और TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी, BSP सुप्रीमो मायावती, आम आदमी पार्टी के साथ ही शिवसेना ने भी इस बैठक में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है. लेकिन शिवसेना की कहानी कुछ और ही है. महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन में सरकार बनाने वाली शिवसेना ने कहा है कि उन्हें इस बैठक में शामिल होने का न्यौता ही नहीं मिला. ऐसे में पार्टी से कोई भी इस बैठक में कैसे जा सकता है.
वहीं बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी भी शामिल नहीं हो रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वामदल गलत राजनीति कर रहे हैं. इसलिए वे बिना उनसे मिले खुद ही सीएए और एनआरसी का विरोध करेंगी. इसके साथ ही राजस्थान में बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में शामिल हो जाने के बाद से मयावती भी नाराज हैं. मायावती ने कहा कि हमने राजस्थान में कांग्रेस को बाहर से समर्थन दिया लेकिन फिर भी उन्होंने वहां पर गलत काम किया.
इस बैठक में मायावती का कोई प्रतिनिधि भी शामिल नहीं होगा.वहीं आम आदमी पार्टी के अनुसार इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा इस मीटिंग के बारे में उन्हें किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है. इसलिए जिसके बारे में कुछ पता नहीं उसमें शामिल होने का भी मतलब नहीं बनता है.