लखनऊ के लोक निर्माण विभाग में 50 करोड़ का घोटाला आया सामने
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोक निर्माण विभाग में आज 50 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद आधिकारियों में हड़कंप मच गया है. वहीं, घोटाले में लिप्त अफसरों पर शिकंजा कसने की तैयारी योगी सरकार ने कर ली है. इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है. सूत्रों सेमिली जानकारी के मुताबिक, जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएम योगी इन भ्रष्ट अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं. साथ ही एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी भी की जा रही है. ऐसे में घोटालेबाज अफसरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
दरअसल, बस्ती और देवरिया जिले में विभाग के अफसरों और कर्मचारियों ने बिना सड़क के निर्माण कराए. कागजों पर पूरी सड़कों का निर्माण दिखा दिया गया. बताया जा रहा है कि 200 से अधिक सड़कों के निर्माण में अफसरों की मिली भगत से यह घोटाला किया. वहीं, 600 सप्लाई ऑर्डर कर बिना काम कराए 6 करोड़ रुपये का भुगतान निकाल लिया, जबकि सड़कों के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के नाम पर मद को बदल दिया गया.
इस फर्जीवाड़े में 16 जूनियर इंजीनियर, दो सहायक अभियंता, तत्कालीन अधिशासी अभियंता और अकाउंटेंट पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि इससे पहले लोक निर्माण विभाग में 28 करोड़ के घोटाले को अंजाम देने वाले अफसरों पर शिकंजा कसा गया था. विभागाध्यक्ष ने इन सभी घोटालेबाज अफसरों के खिलाफ मुख्यमंत्री को निलंबन और विभागीय कार्रवाई की पत्रावली भेजी थी.