नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी बोले- भारत को है एक बेहतर विपक्ष की जरूरत
प्रख्यात अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने रविवार को कहा कि भारत को है एक बेहतर विपक्ष की जरूरत है जो किसी भी लोकतंत्र का हृदय है और सत्तारूढ़ पार्टी को भी नियंत्रण में रहने के लिए इसे स्वीकार करना चाहिए.अभिजीत बनर्जी ने ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ (Jaipur Literature Festival) में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने देश में विपक्ष की कमजोर भूमिका पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का विरोध करने के लिए सभी राजनीतिक दल एकजुट नहीं हैं. इस वजह से वह सरकार पर दबाव बनाने में नाकाम हैं.
उल्लेखनीय है मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में नवोन्मेषी अर्थशास्त्री और उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर माइकल क्रेमर को वैश्विक गरीबी उन्मूलन की खातिर प्रायोगिक तरीके अपनाने के लिए संयुक्त रूप से 2019 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ में अभिजीत बनर्जी ने भारत में गरीबी पर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘पिछले 30 वर्षों में देश से गरीबी काफी हद तक कम हुई है. 1990 में गरीबी की दर 40 फीसदी थी और अब ये 20 फीसदी से कम है. आबादी बढ़ने के हिसाब से ये सही है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले दो महीनों में अर्थव्यवस्था में सुधार के सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं लेकिन मैं कह नहीं सकता कि ये कब तक चलेगा क्योंकि अभी लेटेस्ट डेटा आने वाला है.’ फाइनेंस सेक्टर पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, ‘फाइनेंस सेक्टर के बारे में हमें चिंतित होना चाहिए. बैंकिंग सेक्टर तनाव में है. सरकार इसे तनाव से बाहर निकालने की स्थिति में नहीं है. हम जानते हैं कि मांग में कटौती हो रही है, कारें नहीं बिक रही हैं. ये सभी इस बात के संकेत हैं कि लोगों में विश्वास की कमी है.’