गोलीबारी की घटना के बाद जामिया के छात्रों ने पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया
बता दे जामिया इस्लामिया में रविवार रात फिर फायरिंग की घटना हुई. यह फायरिंग जामिया के गेट नंबर पांच पर हुई है. बताया जा रहा है कि फायरिंग के दौरान दो संदिग्ध देखे गए थे रात में फायरिंग की सूचना मिलते ही जामिया के बाहर लोग जुट गए और प्रदर्शन शुरू हो गया. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जामिया नगर के SHO घटनास्थल का जायजा लिया
आपको बता दे की इस इलाके में फायरिंग की यह तीसरी घटना है.जामिया कमेटी ने बताया कि जामिया के गेट नंबर पांच फायरिंग हुई है. फरार होते हुए दो संदिग्ध देखे गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन संदिग्धों में एक शख्स लाल रंग की जैकेट पहने हुए था और लाल रंग की स्कूटी चला रहा था.
स्कूटी का नंबर 1532 बताया जा रहा है. हालांकि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं हैं. फायरिंग की घटना के बाद जामिया नगर थाने के बाहर भी जामिया के छात्र एकत्रित हो गए वही पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है.
इस बीच, अतिरिक्त DCP कुमार ज्ञानेश ने बताया है कि जामिया नगर एसएचओ ने अपनी टीम के साथ जगह-जगह तलाशी ली है. वहां कोई खाली कारतूस नहीं मिला है. इसके अलावा, उन वाहनों के बारे में अलग-अलग बात निकल कर आ रही है जिन पर संदिग्ध सवार थे.
कुछ ने कहा कि संदिग्ध स्कूटर पर सवार थे और कई अन्य का कहना है कि वो चार पहिया वाहन पर आए थे. इस दौरान छात्रों समेत कई लोग थाने के बाहर जमा हो गए. हम जांच करेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे.
पुलिस कह रही है कि ASP जगदीश यादव ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है.CCTV खंगाला जाएगा. पुलिस ने ये भी बताया कि गोली चलने की PCR कॉल नहीं हुई है बता दें कि जामिया और शाहीन बाग में फायरिंग की इससे पहले दो घटनाएं हो चुकी हैं. पहली घटना 30 जनवरी की है जब जामिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर गोपाल नाम के एक लड़के ने गोली चलाई थी.
इसमें पत्रकारिता का एक छात्र जख्मी हो गया था.दूसरी घटना 1 फरवरी को शाहीन बाग में हुई थी. शाहीन बाग में CAA के खिलाफ जारी प्रदर्शन स्थल से कुछ ही दूरी पर कपिल नाम के एक शख्स ने हवाई फायरिंग की थी. उसका कहना था की देश में और किसी की नहीं चलेगी, सिर्फ हिंदुओं की चलेगी फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में है
लेकिन आज की घटना के बाद पुलिस प्रशान में हड़कंप मचा हुआ है पुलिस अब धर-पकड़ के लिए लग गई है अब अगर हम बात करे तो नई व्यवस्था लागू होने के बाद भी इस तरह की बड़ी वारदात पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है.