एक बार फिर शाहीन बाग पहुंचे संजय हेगड़े और साधना
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त किए गए मध्यस्थ एक बार फिर शाहीन बाग पहुंचे है इस दौरान मध्यस्थ संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों से बातचीत भी की आपको बताती चलू की सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग मामले को सुलझाने के लिए संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को मध्यस्थ नियुक्त किया था. इन दोनों मध्यस्थ की सहायता के लिए देश के पूर्व सीआईसी वजाहत हबीबुल्लाह भी थे.
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले 15 दिसंबर से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी है इन मध्यस्थों ने पहले भी दिल्ली के शाहीन बाग का दौरा किया था. इस दौरान मध्यस्थों ने वहां कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने आपके धरना देने के अधिकार को संवैधानिक अधिकार माना है. साथ ही इन प्रदर्शनों के कारण दिल्ली के लोगों को होने वाली समस्याओं पर भी ध्यान देने की बात कही थी.कोर्ट में सौंपी जा चुकी है रिपोर्ट
वैसे इस मामले में दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत के बाद मध्यस्थों ने अपनी सीलबंद रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा कर दी है. सीलबंद लिफाफे में तीनों मध्यस्थों ने अपनी रिपोर्ट दी है जैसा की आप सभी जानते है की दिसंबर से शाहीन बाग में यह धरना चल रहा है. इससे दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाली सड़क लंबे समय से बंद है.सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई थी याचिका इस मार्ग को खुलवाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी.
इसपर सुप्रीम कोर्ट ने मामले को सुलझाने के लिए संजय हेगड़े और साधना रामचंद्र को वार्ताकार नियुक्त किया था. वार्ताकार इससे पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकार दो बार प्रदर्शन स्थल पर गए थे. जबकि इनका सहयोग करने वाले पूर्व सीआईसी वजाहत हबीबुल्लाह ने इस मामले में एक हलफनामा दायर किया था. इस हलफनामे में हबीबुल्लाह ने दिल्ली पुलिस को कठघरे में खड़ा किया था