लॉकडाउन होने के बावजूद भी लोग नहीं कर रहे। …….
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन होने के बावजूद भी लोगों ने नियम कानून का पालन नहीं किया तो अब पुलिस को बरतनी पड़ी सख्ती पुलिस प्रशासन की ओर से पहले से ही निर्देश दिया गया था कि सब्जी मंडी में दूर-दूर तक दुकानें लगेंगी और जरूरत के अनुसार एक-एक लोग आवश्यक खरीदारी करेंगे इसके बावजूद लोगों ने प्रशासन के निर्देश को नजर अंदाज किया और बड़ी संख्या में बहार निकल गए जैसे ही लोगो ने पुलिस को देखा तो पुलिस को देखते ही भगदड़ मच गई पुलिसकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग कर किसी तरह भीड़ को तितर-बितर किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना बिल्कुल सही है कि 21 दिनों तक घर से निकलना भूल जाइए, क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के चक्र को तोड़ने के लिए यही एकमात्र रास्ता बचा है। यहां तक कि लॉकडाउन से ही चीन में भी स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आई है। इसलिए लॉकडाउन की अपरिहार्यता समझ में आती है। प्रश्न है कि इसका पालन कैसे हो? क्योंकि वर्तमान समय में किसी के लिए पूरे तीन सप्ताह तक अपने को जहां है वहीं कैद कर लेना आसान नहीं है। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें वचन दे रही हैं कि लोग घबराएं नहीं, आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी
आज लॉकडाउन का चौथा दिन बीत गया। व्यवस्थाओं में कुछ सुधार जरूर दिखा, मगर यह कुछ स्थानों तक ही सीमित रहा। जिलाधिकारी के आदेश के बाद कुछ व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने चूने के घेरे बनाकर लोगों को अलग-अलग खड़े कराया, मगर अधिकतर स्थानों पर ऐसी स्थिति नहीं दिखी।
लॉकडाउन में सुबह सात से 10 बजे तक तीन घंटे की ढील में अधिकतर लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति सजग नहीं दिख रहे।
सोशल डिस्टेंसिंग का भी अभी पालन नहीं किया जा रहा लॉकडाउन का मतलब ही क्या रह गया आवश्यक सेवाओं के नाम पर सड़क पर निकलने की छूट की आड़ में कई कार्मिक मनमर्जी भी कर रहे हैं कुछ इलाके ऐसे भी मिले जहां लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया…ऐसे लोगों को समझाने के लिए पुलिस ने भी नायाब तरीकों का इस्तेमाल किया.