बीजेपी ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर 0522-2200187 मिलेगी मदद
भारत में कोराना वायरस के लगातार बढ़ रहे खतरे को देखते तमाम लोग मदद को आगे आ रहे हैं. इसी कड़ी में यूपी बीजेपी ने लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में जरूरतमंदों-गरीबों को भोजन और रोजमर्रा की जरूरत का सामान उपलब्ध कराने का अभियान शुरु कर दिया है. इसके लिए पार्टी ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. जहां कोई भी जरुरतमंद पार्टी मुख्यालय के नंबर 0522-2200187 पर संपर्क कर सकता है. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने इसके लिए पूरा खाका तैयार कर दिया है.
वहीं क्षेत्र, जिला और मंडल स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम तय किये गए है जो स्थानीय स्तर पर काम को देखेंगे प्रदेश मुख्यालय पर इस पूरे अभियान के लिए एक समन्वय समिति बनाई गई है, जो क्षेत्र व जिला स्तर पर लगातार संपर्क में रहेगी और किसी तरह की कठिनाई आने पर हर संभव मदद भी करेगी. पार्टी के राज्य मुख्यालय से प्रदेश मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित अवध और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के साथ समन्वय का कार्य करेंगे.
जबकि सह मुख्यालय प्रभारी चौधरी, लक्ष्मण सिंह गोरखपुर और काशी क्षेत्र तथा अतुल अवस्थी पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के पार्टी संगठन के साथ समन्वय स्थापित कर जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे क्षेत्रीय स्तर पर कानपूर में क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह, पश्चिम में अश्विनि त्यागी, काशी में महेश श्रीवास्तव, अवध में सुरेश तिवारी व गोरखपुर में पार्टी क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह समन्वय समिति के साथ जिला स्तर पर संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी के सांसद विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका-नगर पंचायतों के अध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर जरूरतमंदों-
गरीबों तक दाल-चावल, आटा नमक, घी- तेल सहित जरूरत का अन्य सामान उपलब्ध कराए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कई जगह पर आज गरीबों को भोजन पैकेट उपलब्ध कराए, साथ ही आवश्यकतानुसार जरूरतमंदों को आवश्यक खाद्य सामग्री व अन्य सामान भी मुहैया कराया. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि नर सेवा नारायण सेवा है. मानवता के इस महाअभियान में लगे सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार है. उन्होंने कहा कि देश और समाज की आवश्यकता के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता तन मन धन और अपने सामर्थ्य के अनुसार संकट की घड़ी में खड़ा है.