आपको बतादे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस महामारी के चलते 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद सिर्फ केरल में 9 लोगों की मौत हुई। बता दें कि ये मौत कोरोना के चलते नहीं बल्कि शराब की कमी के चलते हुई हैं। इसमें से 7 लोगों ने आत्महत्या कर ली, एक को हार्ट अटैक हुआ वहीं अन्य एक ने आफ्टरशेव लोशल पी लिया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। 200 से अधिक COVID-19 मामलों वाले केरल में रविवार तक वायरस से केवल एक ही मौत की खबर थी। लेकिन बार, होटल और ताड़ी की दुकानों सहित सभी शराब दुकानों के बंद होने से एक अलग तरह की त्रासदी पैदा हुई और इन 9 लोगों की जान गई।
पुलिस ने कहा कि अल्कोहल के लिए मौत की शुरुआत शुक्रवार को कोच्चि के त्रिशूर और मुराली से सनोज के साथ हुई। इसके बाद कन्नूर में विजिल, कोल्लम के बीजू और सुरेश और कोच्चि के वासु और तिरुवनंतपुरम से कृष्णन कुट्टी ने आत्महत्या की। रविवार को इसी कारण से एक इमारत से कूदने वाले 46 वर्षीय व्यक्ति का कोट्टायम के एक सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। कायमकुलम के नौशाद ने शनिवार को शराब न मिलने पर शेविंग लोशन का सेवन कर अपनी जान गंवा दी, जबकि कोल्लम के मुरलीधरन आचार्य का रविवार को शराब न मिलने से हृदयगति रुकने से निधन हो गया।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर में इस वायरस से 33,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है जिसमें अकेले यूरोप में 20,000 लोगों की मौत हुई है। वहीं विश्व में कुल 7 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। स्पेन और इटली में एक दिन में 800 से अधिक मौतें हुई हैं। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया की आबादी का लगभग एक तिहाई लॉकडाउन में है। वहीं इससे नौकरियां, उत्पादन और आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं। चीन के वुहान में प्राधिकारियों ने शहर को आंशिक रूप से फिर से खोलने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। वहां दो महीने से अधिक समय तक 1.1 करोड़ लोग करीब करीब पृथक रहे। कोरोना वायरस संक्रमण सबसे पहले चीन के वुहान में ही सामने आया था और यह बाद में पूरी दुनिया में एक संकट बन गया और जिसे ‘महामारी घोषित कर दिया गया है।