कानपुर में कोरोना मरीजों ने मेडिकल स्टाफ के साथ की बदतमीजी
यूपी के गाजियाबाद स्थित सरकारी अस्पताल में मेडिकल स्टाफ के साथ अभद्रता के आरोपों को लेकर शुक्रवार को 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी. अब कानपुर के अस्पताल से भी ऐसी ही खबर आ रही है. कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने यह आरोप लगाया है. इस अस्पताल में दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल होने वाले 22 लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण के संदेह में क्वारेंटाइन किया गया है. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का आरोप है कि कोरोना के ये संदिग्ध मरीज अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं.
गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल आरती चंदानी ने ये आरोप लगाया है. चंदानी ने कहा कि दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल होने वाले 22 लोगों को अस्पताल में क्वारेंटाइन किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि इन मरीजों ने अस्पताल में कार्यरत मेडिकल स्टाफ के साथ बदतमीजी की. आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में पिछले महीने तब्लीगी जमात में लगभग 2 हजार लोग शामिल हुए थे. इनमें से कई में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने मरकज को खाली कराया. साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा देखते हुए कई लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया है.
तब्लीगी जमात में शामिल होने वालों पर पहले भी मेडिकल स्टाफ के साथ बदतमीजी करने के आरोप लगे हैं. गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में जमात के 6 लोगों पर कर्मचारियों और नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा है. बताया गया है कि जमात के लोग अस्पताल में बिना पैंट पहने घूम रहे थे और नर्सों को अश्लील इशारे भी कर रहे थे. इन आरोपों के बाद गाजियाबाद अस्पताल के सीएमओ ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने जमात के 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
वहीं, दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती डॉक्टरों ने भी ऐसी ही शिकायत की थी. डॉक्टरों ने अपनी शिकायत में कहा था कि कुछ रोगी डॉक्टरों की बात नहीं मानते और दवाएं नहीं लेना चाहते. राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के एक अन्य वरिष्ठ डॉक्टर ने अपनी शिकायत में कहा था कि मरकज से लाए गए लोग मेडिकल स्टाफ के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं.