पटना में तैयार किये गए भारतीय रेलवे के आइसोशलेशन कोच
कोरोना वायरस के कारण हुई उत्पन्न हुई महामारी से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने आइसोलेशन कोच तैयार कर लिया . ये रेलवे कोच ईस्ट सेंट्रल रेलवे क्षेत्र में पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर सेवा देने के लिए तैयार खड़े हैं. वहीं उत्तर पश्चिम रेलवे राजस्थान में भी कोरोना कोच आईसोलेशन वॉर्ड बनाने में जुट गया है. कोरोना संकट को देखते हुए तैयार किए जा रहे इन चलते फिरते हॉस्पिटल में तीन लाख से ऊपर मरीज़ों के भर्ती किए जाने की क्षमता होगी.
उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ अभय शर्मा ने बताया कि हमारे जोन को 266 कोच तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी मंडल से कोच को डिपो लाने के आदेश जारी हुए हैं. इन कोचेज को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है. प्रत्येक कोच में एक टॉयलेट और एक बाथरूम होगा. एक कूपे में एक मरीज के लिए सिर्फ एक बेडनुमा सीट होगी. कोच को कवर करने के लिए प्लास्टिक के पर्दे लगाए जाएंगे. खिड़कियों को मच्छरदानी से कवर किया जा रहा है. सभी केबिन में पैर से संचालित होने वाले डस्टबिन लगाए जा रहे हैं. कोच के फर्श पर खस और बांस की चटाई बिछाई जाएगी. नलों में मोडिफाइड किया जा रहा है. सभी कोच में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था होगी.
वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए आने वाले समय में बिहार सरकार ने केंद्र से आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाने की मांग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में गुरुवार को मेडिकल किट की कमी का मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई आवश्यक उपकरणों की मांग के साथ तत्काल 100 वेंटिलेटर देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि रोकथाम और उपचार के लिए एन- 95 मास्क, पीपीई किट का इंतजाम होना चाहिए.