भोपाल में पहली मौत शहर के 24 क्षेत्र कंटेनमेंट एरिया घोषित
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक मरीज़ की मौत हो गयी है. प्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण से मौत का यह पहला मामला है. मृतक शहर के एक पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में चौकीदार था. उनकी उम्र 62 साल थी. मृतक का नाम नरेश खटीक था. वह शहर के इब्राहिमपुरा इलाके में रहते थे और अरेरा कॉलोनी स्थित बिट्टन मार्केट में चौकीदारी का काम करते थे. नरेश को 2 अप्रैल को सांस लेने में तकलीफ के बाद एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. उनका तब से इलाज चल रहा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. अब उन डॉक्टरों का भी कोरोना टेस्ट किया जा रहा है, जिन्होंने नरेश का इलाज किया था. मध्य प्रदेश में इस घातक संक्रमण से मरने वालों की संख्या 14 तक पहुंच गई है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मरीज़ों को देखते हुए भोपाल के 24 इलाकों को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया जा चुका है. इनमें शहर के पॉश इलाके भी शामिल हैं. ऐसे में इन इलाकों में आने या जाने की मनाही है. शहर की प्रोफेसर कॉलोनी, विचित्र नगर, दुर्गा नगर, सेमरा चांदबड़, अहाता रुस्तम खां, श्यामला हिल्स, तलैया, रहमानिया मस्जिद, हिंद कॉन्वेंट स्कूल के पीछे ऐशबाग और फार्च्यून प्राइड कॉलोनी त्रिलंगा को पहले ही कैंटोनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा चुका था. उसके बाद बड़वाली मस्जिद, जहांगीराबाद, पुलिस लाइन, टीटी नगर, चार इमली, 1250 शिवाजी नगर, इंद्रानगर और बाग उमराव दूल्हा को भी कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है.
भोपाल में 6 अप्रैल से टोटल लॉकडाउन है. DIG इरशाद वली का कहना है कोरोना के केस बढ़ने की वजह से शहर को टोटल लॉक डाउन किया गया है. लेकिन, इस दौरान दवा, दूध की दुकानें और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे. उन्होंने कहा दुकान खोलने की आड़ में कुछ लोग नियम का उल्लंघन कर रहे थे, इसलिए प्रशासन को ये फैसला लेना पड़ा.भोपाल में टोटल लॉक डाउन के बाद सबसे ज्यादा पुराने शहर में सख्ती बरती जा रही है. यहां ड्रोन से गलियों में निगरानी की जा रही है.घरों से बाहर नजर आने वाले लोगों को ड्रोन के जरिए चिन्हित किया जा रहा है.लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध पिछले 24 घण्टे में भोपाल पुलिस ने 61 केस दर्ज किए हैं. इन्हें मिलाकर 22 मार्च से लेकर अब तक लॉक डाउन उल्लंघन से जुड़े कुल 543 मामले दर्ज किए जा चुके हैं.