UP में बेवजह सड़कों पर घूमने से 4.45 करोड़ की हुई वसूली
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर किसी को सड़कों पर निकलने की इजाजत नहीं है. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर लॉक डाउन तोड़ने के कई मामले सामने आए हैं. प्रदेश में लॉकडाउन के 12वें दिन यानी रविवार को कानून तोड़ने के आरोप में 9103 एफआईआर दर्ज हुए. इसके अलावा जमाखोरी और कालाबाजारी करने के आरोप में 170 एफआईआर भी दर्ज हो चुके हैं. साथ ही लॉकडाउन तोड़ने वाले वाहनों से 4.45 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है.
इससे पहले पूरे प्रदेश में 5301 बैरियर लगाकर 10.75 लाख वाहनों की चेकिंग हुई थी. इस दौरान 2.30 लाख वाहनों के चालान हुए और 16498 वाहन सीज़ किए गए थे एडीजी एलओ पीवी रामाशास्त्री के मुताबिक सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों को लॉक डाउन तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
कानपुर के डीआईजी अनंत देव तिवारी ने बताया था कि इस रेड जोन में अनवरगंज, बेकनगंज, चमनगंज, बाबूपुरवा, कर्नलगंज और घाटमपुर इलाके शामिल हैं. इन इलाकों की मस्जिदों में कोरोना वायरस से संक्रमित जमाती घूमे थे और यहां के लोग मस्जिदों में उनसे मिले भी थे. इसके कारण इन इलाकों को सील करने के साथ ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी गई है डीआईजी के अनुसार, अगर कोई बाहर निकला तो 5 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा. वहीं, मुचलके पर पाबंद किया जाएगा. इन सभी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन में एफआईआर दर्ज की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले रविवार को बढ़कर 3,374 हो गए और मृतकों की संख्या 79 तक पहुंच गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक कल से 472 नए मामले सामने आए. 267 लोग ठीक हो चुके हैं. देश भर में 274 जिले आज तक कोरोना वायरस के कारण प्रभावित हुए हैं.