WHO का ट्रंप को जवाब अगर हम नहीं सुधरे तो लाशों का होगा ढेर
दुनिया भर के तमाम देशों में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस से अब तक 88 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. सिर्फ अमेरिका में अब तक 14700 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 4 लाख 30 हजार अमेरिकी कोरोना संक्रमित हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर लापरवाह होने और चीन पर खास ध्यान देने का आरोप लगाया है, जिसके बाद WHO ने अमेरिकी राष्ट्रपति को कड़ा जवाब दिया. विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेडरोस अधानोम गेब्रियेसस ने कहा है कि कोरोना वायरस का ‘राजनीतिकरण’ नहीं किया जाना चाहिए.जेनेवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेडरोस ने कहा, ‘कोरोना वायरस का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. अभी जरूरत है कि हम सब साथ मिलकर काम करें. अगर हम नहीं सुधरे, तो हमारे सामने और ज्यादा ताबूत रखे होंगे.
लाशों का ढेर लग जाएगा. इस वक्त कोरोना वायरस की लड़ाई में चीन और अमेरिका को साथ मिलकर काम करना चाहिए टेडरोस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का बचाव करते हुए कहा कि न्यू ईयर के दिन जैसे ही चीन में इस वायरस के बारे में पता चला WHO तुरंत हरकत में आ गई. 5 जनवरी को हमने सारे सदस्य देशों को इसकी सूचना दे दी. इसके बाद 10 जनवरी तक वायरस के लड़ने के लिए गाइडलाइन्स भी जारी कर दिए गए.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए WHO ने कोई कारगर कदम नहीं उठाए. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि WHO चीन की मदद कर रहा है. ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका WHO को सबसे ज़्यादा फंड देता है और आने वाले समय में हम इस फंड पर रोक लगा सकते हैं. जब हमने ट्रैवल पर बैन लगाया था, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी आलोचना की थी. उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर बहुत सारी ग़लतियां की हैं. उन्हें और पहले इस बीमारी के बारे में चेतावनी जारी करनी चाहिए थी.’