लखनऊ CMO के अनुसार अब घर-घर होगी कोरोना की स्क्रीनिंग
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज के मिलने के चलते स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है कि अब वह घर-घर जाकर टेस्ट करेगी. विभाग ने घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट करने की रणनीति इसलिए बनाई है ताकि इसके संक्रमण को न्यूनतम स्तर तक पहुंचाया जा सके. स्वास्थ्य विभाग ने इससे पहले हॉटस्पॉट इलाकों में घर-घर जाकर लोगों का कोरोना टेस्ट किया अब वह इसे पूरे शहर में अंजाम देने जा रहा है. सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोरोना का टेस्ट अभी तक हॉटस्पॉट सेंटर बने इलाकों में घर-घर जाकर किया जा रहा था, लेकिन इसे अब पूरे शहर में अंजाम दिया जाएगा.
सीएमओ के अनुसार 14 अप्रैल को तीन सदस्यों वाली 119 टीमों ने स्क्रीनिंग की. इसके तहत टीम 10722 घरों तक पहुंची और 150 लोगों के सैंपल लिए. टीम ने भदेवा, बिल्लौचपुरा, रामनगर, तिलकनगर, रकाबगंज, पीली कॉलोनी, तकिया समेत कई मोहल्लों में जाकर सैंपल लिए हैं.राजधानी में अभी तक 1500 से ज्यादा लोगों की टेस्ट की जा सकी है. लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो. एके त्रिपाठी का कहना है कि जिस अनुपात में जांची है होगी उसी अनुपात में संक्रमण की पुष्टि होगी. वहीं पैथोलॉजिस्ट डॉ. शाश्वत सक्सेना का कहना है कि कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण 6 दिन से लेकर 14 दिनों तक रहता है तो कुछ में 28 दिनों तक सक्रिय रहता है.