महाराष्ट्र के पालघर में अफवाह ने ली तीन लोगों की जान BJP ने उठाए सवाल
देश एक ओर कोराना संकट से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी ओर अफवाह की आग नए संकट पैदा कर रही है. महाराष्ट्र के पालघर में अफवाह ने तीन लोगों की जान ले ली है. महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि धर्म विशेष को लेकर ये हत्याएं नहीं हुई हैं. सरकार ने इस मामले को धार्मिक रंग नहीं देने की अपील की है.अफवाह कितनी खतरनाक हो सकती है, ये घटना उसकी गवाही है. घटना महाराष्ट्र के पालघर की है जहां एक अफवाह की वजह से पुलिस की मौजूदगी में तीन लोगों की हत्या कर दी गई. पुलिस ने इस मामले में 101 लोगों को हिरासत में लिया है. जबकि 9 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है. पुलिस ने हत्या, दंगा करने और सरकारी कर्मचारी पर हमला करने के केस दर्ज किए हैं.
– गुरुवार की शाम दो साधु कांदिवली से ड्राइवर के साथ सूरत के लिए निकले थे.
– पालघर के जिस गांव से होकर गुजर रहे थे वहां अपहरण और चोरी की अफवाह फैली थी.
– अफवाह थी कि लॉकडाउन की आड़ में अपहरण किया जा रहा है.
– अफवाह ये भी थी कि अपहरण कर लोगों की किडनी निकाली जा रही है.
इसी अफवाह की चपेट में गांव से गुजरने वाले तीनों लोग आए. लेकिन ये हत्या पुलिस की मौजूदगी में हुई. अब बीजेपी कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया. ये घटना गुरुवार की है. देंगे भी क्यों ..ये तो संतो की मृत्यु हुई है, कौन पूछता है संतो को?
पूरे मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जानकारी दी है. अनिल देशमुख ने कहा, मुंबई से सूरत जाने वाले 3 लोगों की पालघर में हुई हत्याकांड में 101 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है. इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. इस घटना को विवादास्पद बनाकर समाज में दरार बनाने वालों पर भी पुलिस नजर रखेगी.