गया के तक्षशिला स्कूल मैनेजमेंट ने विद्यालय बंद करने का लिया फैसला
बोधगया सड़क मार्ग स्थित मस्तपुरा गांव के पास 2009 से संचालित तक्षशिला स्कूल अब कोरोना के कारण बंद होने के कगार पर पहुंच चुका है. वहीx स्कूल प्रबंधन ने शिक्षकों व कर्मचारियों के मार्च महीने का वेतन का भी भुगतान नहीं किया है. जबकि उल्टे अब उनसे त्यागपत्र भी देने का दबाव बनाया जा रहा है. हालांकि इसे देखते हुए स्कूल के प्राचार्य शैलेंद्र कुमार व अन्य शिक्षकों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय व गया डीएम अभिषेक सिंह से की है. वहीं, एक पत्र तक्षशिला स्कूल के डायरेक्टर व चेयरमैन को भी पत्र भेजकर स्कूल को बंद होने से बचाने की गुहार लगाई है.वहीं, सबसे बड़ी समस्या स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 500 छात्रों पर भी असर पड़ेगा, खासकर नवीं दसवीं क्लास के छात्रों पर. हालांकि डीएम अभिषेक सिंह ने फोन से स्कूल के निदेशक से बात करने का प्रयास किया गया था, लेकिन निदेशक का मोबाइल बंद आया.
स्कूल के पूर्व छात्र निशांत कुमार और स्कूल की शिक्षिका नूतन श्रीवास्तव कहती हैं कि एडुकॉम्प संस्था के द्वारा तक्षशिला स्कूल गया- बोधगया सड़क मार्ग के 2009 से शुरू हुआ था. मार्च तक स्कूल संचालित था, हमलोग छात्रों को पढ़ा भी रहे थे, मार्च में नये बच्चों का एडमिशन भी लिया गया है. कई बच्चों के अभिभावकों ने एक साल की स्कूल फी और बुक्स के पैसे भी जमा करवा दिए हैं. लेकिन, कोरोना बंदी के एक सप्ताह बाद ही निदेशक व चेयरमैन ने मेल किया है स्कूल बंद होने वाला है इसलिए आपलोग रिजाइन कर दीजिए.इन सबके बीच स्कूल के इस निर्णय को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी मुस्तफा हुसैन अंसारी ने स्कूल प्रबंधक से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी मुस्तफा हुसैन अंसारी ने बताया कि इस संबंध में गया डीएम को सारी बातें बताई गई है. उनका आदेश पर स्कूल प्रबंधक से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा गया है. अगर जवाब नहीं आता है तो फिर COVID -19 एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.