TB लैब की मशीनों से यूपी में अब जांच शुरू एक घंटे में ही मिलेंगे नतीजे
कोरोनावायरस को हराने के लिए दो अहम रास्ते बताए गए हैं. पहला लॉकडाउन और दूसरा संक्रमित मरीजों की पहचान. ज्यादा से ज्यादा जांच इस बीमारी को हराने में ज्यादा कारगर बतायी गयी है. इस मामले में यूपी को बड़ी सफलता मिली है. उत्तर प्रदेश में अब पहले के मुकाबले कोरोना की ज्यादा जांच सोमवार से शुरू हो गयी हैं. अच्छी बात यह है कि पहले से हो रही जांचों के मुकाबले अब जो जांच शुरू हुई है इसमें नतीजे तेजी से मिलेंगे. पहले से जो जांचें होती आ रही हैं उसके अतिरिक्त ये जांचें शुरू हुई हैं.
इन मशीनों से महज 1 घंटे में ही रिजल्ट आ जाता है. हालांकि ये मशीन एक बार में चार ही सैंपल की जांच कर सकती है. इस तरह 8 घंटे की एक शिफ्ट में 32 लोगों की जांच अलग से होगी. बाकी मशीनों से होने वाली जांच के रिजल्ट के लिए कई घंटे का इंतज़ार करना पड़ता है. यूपी में कई जगहों पर इस तरह की कई ऐसी भी मशीनें हैं जिनसे एक बार मे 8 या फिर 16 सैंपल की जांच की जा सकती है. इन मशीनों को CBNAAT कहते हैं. इनसे अभी तक TB की जांच की जाती रही है. लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में मिक्रोबियोलॉजिस्ट डॉ अमिता जैन ने बताया कि जितनी कार्ट्रिज मिली है उससे जांचें की जा रही हैं. कैट्रीज ज्यादा मिलेगी तो जांचें भी ज्यादा कर पाएंगे.
आगरा, लखनऊ, इटावा, गोरखपुर, वाराणसी, अलीगढ़, मेरठ के मेडिकल कॉलेजों में अब TB की मशीन से भी जांच शुरू कर दी गयी है. ये उन जांचों से अलग है जो अब तक यहां होती रही है. यानी अब पहले से ज्यादा लोगों की जांच हो सकेगी. बता दें कि आगरा और लखनऊ के लिए तो ये प्रक्रिया किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि इन दोनों जिलों में कोरोना संक्रमितों की बड़ी संख्या हर रोज सामने आ रही है.