पीलीभीत में डाक्टर की लापरवाही के चलते दो बच्चों की मौत। ….
पीलीभीत में सील हुए फर्जी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान डाक्टर की लापरवाही के चलते दो बच्चों की मौत का मामला सामने आया है । यूं तो जिला प्रशासन ने बीते दिनों इलाज करने वाले नामचीन अस्पताल के डाक्टर की जांच के दौरान फर्जी डिग्रियों के चलते अस्पताल सील कर दिया था । लेकिन कोरोना महा मारी से निपटने के लिए सील अस्पताल को क्वारेन टाइन वार्ड बना कर उसे प्रशासन की मंजूरी ले कर डिलवरी से लेकर एक्सीडेंटल लोगो का इलाज भी किया जाने लगा । फिलहाल अस्पताल में मासूमो की मौत के बाद से जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है पीड़ित लोकेश अपनी पत्नी रानी को प्रसव के लिए लॉक डाउन के चलते मल्टी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में ईलाज के लिए लाया था
जहां उससे करीब 30 हजार रुपए भी लिए गए लेकिन उसके बच्चों की जान नहीं बच सकी यूं तो बीते दिनों जिला प्रशासन ने शहर के नामचीन मैकूलाल हॉस्पिटल को शव का इलाज करने के आरोप में जांच के दौरान अस्पताल मालिक डाक्टर योगेंद्र नाथ मिश्रा की फर्जी डिग्रियों के चलते अस्पताल सील कर दिया था कई महीनों से बंद पड़े इस अस्पताल में लॉक डाउन के चलते जिला प्रशासन ने कोराना जैसी महा मारी से नीपटने के लिए अस्थाई क्वारेन टाइन वार्ड बना दिया
लेकिन जिला प्रशासन की नाक तले अस्पताल में लगातार करीब 100 से अधिक मरीजो की opd कर एक्सीडेंटल व डिलवरी केस करने का सिलसिला जारी था और जिला प्रशासन को जरा भी सुध नहीं लगी अब वही जब डिलवरी कराने आई पीड़िता का अस्पताल में इलाज के दौरान अस्पताल में भर्ती पांच दिनों के बाद बच्चों की मौत हो गई तो जिला प्रशासन द्वारा फर्जी डिग्री वाले डाक्टर के फर्जी अस्पताल को पोल खुल कर सामने आ गई । अब मामले में जिला प्रशासन जाँच का हवाला देते हुए मामले को टालते नजर आ रहा है एक तरफ पूरा देश कोरोना महा मारी पर जीत के लिए सरकार सतर्क है तो वहीं पीलीभीत के जिला प्रशासन ने फर्जी अस्पताल को पुनः चालू करवा कर लोगो की जान के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है ।