जब लगा मजदूरों पर सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन का आरोप तो। …
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एक सीमेंट कारखाने में काम करने वाले लगभग 350 ठेका मजदूरों ने शनिवार को ड्यूटी पर जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने मैनेजमेंट पर आरोप लगाया कि उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए हैं। यह फैक्टरी रघुनाथगंज थाना क्षेत्र में स्थित उन कारखानों में से एक है, जिसे राज्य की ममता सरकार ने कोरोना लॉकडाउन के बीच काम करने की इजाजत दी हुई है। मजदूरों ने फैक्टरी के बाहर प्रदर्शन करते हुए ड्यूटी करने से मना कर दिया कोरोना वायरस महामारी से पहले फैक्टरी में तकरीबन 700 कर्मचारी काम करते थे। फैक्टरी को दोबारा 20 अप्रैल को खोला गया। सफाई कर्मचारी संघ के सहायक सचिव सफीकुल शेख ने कहा, जब कारखाने में 50 श्रमिकों के साथ काम शुरू हुआ, तो हमने कोई आपत्ति नहीं जताई। हालांकि, शुक्रवार की रात ठेकेदार द्वारा सैकड़ों लोगों को ड्यूटी में आने के लिए कहा गया था। शनिवार की सुबह, 350 लोग ड्यूटी के लिए इकट्ठे हुए और उन्हें काम शुरू करने के लिए कहा गया
उन्होंने कहा कि फैक्टरी इतनी बड़ी नहीं है कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, लेकिन मैनेजमेंट ने सुनने से इनकार कर दिया। वह सभी लोगों के लिए एक आम मास्क उपलब्ध करा रहे थे। हम तभी काम करेंगे जब हमारी सेहत पर कोई खराब असर नहीं पड़ेगा ठेकेदारों में से एक कौशिक सिन्हा ने कहा कि प्लांट में इतनी जगह नहीं है कि 350 मजदूरों को एक साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम कराया जा सके। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अरिजीत बनर्जी ने कहा, इस तरह की जागरूकता से हमें कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी