कर्नाटक बजट: ब्राह्मण डेवलपमेंट के लिए 25 करोड़ रुपये का दांव
कर्नाटक में ब्राह्मणों, मठो और धार्मिक अनुष्ठानों का वर्चस्व किसी से छुपा नहीं है. ये वो फैक्टर है जो आप जनता की आस्था से लेकर कर्नाटक की राजगद्दी तक दखल रखते है और प्रभावी भी है. हाल ही में जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा और उनकी पत्नी चेनम्मा ने सहस्रचंडिका यज्ञ कराया. इसी तरह अब धार्मिक आस्था के चलते मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने अपने पहले ही बजट में आदि शंकराचार्य की जयंती का आयोजन किये जाने का एलान भी किया. साथ ही तकरीबन 4 फीसदी ब्राह्मणों का दिल जीतने के लिए 25 करोड़ रुपये का ब्राह्मण डेवलपमेंट कॉरपोरेशन का एलान भी हुआ. जो राज्य में आर्थिक तौर पर कमजोर ब्राह्मणों के हितों की देख-रेख करेगा.
कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने चुनावों के दौरान इसका वायदा किया था. मुख्यमंत्री के अनुसार उन्होंने अपने पहले बजट में इसे पूरा किया है. कुमारस्वामी का कहना है, “बहुत से गरीब ब्राह्मण हैं. दुर्भाग्य से हम उन्हें जातिगत आरक्षण नहीं दे सकते. हमारी सरकार सभी जातियों-धर्मों के लोगों के लिए है. इसी कारण से हमने 25 करोड़ का ब्राह्मण डेवलपमेंट कॉरपोरेशन बनाया है.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि शंकराचार्य दुनिया के एक बड़े आध्यात्मिक नेता थे. ये उनकी सरकार की खुशकिस्मती है कि उनका सम्मान किया जा रहा है. पहले बीएस येदियुरप्पा की बीजेपी सरकार भी मठो मंदिरो पर अपार धन वर्षा के रूप में 100 करोड़ से ज्यादा की राशि दे चुकी है .