औरैया बस हादसे के बाद यूपी सरकार सख्त,यूपी में प्रवासी मजदूरों की पैदल एंट्री बैन
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर सभी अधिकारियों से प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने पर रोक लगाने को कहा है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रवासी नागरिकों को पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से यात्रा न करने दिया जाए सीएम योगी के निर्देश के बाद गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर कई प्रवासी मजदूर रोक दिए गए हैं. पुलिस उन्हें अपने क्षेत्र में घुसने नहीं दे रही है. इस वजह से बॉर्डर पर काफी भीड़ बढ़ गई है. नाराज फंसे मजदूर बार-बार ट्रैफिक रोकने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाया और यातायात व्यवस्था बहाल की.
थोड़ी देर में एक बार फिर से सड़क पर गाड़ियां दौड़ने लगीं लेकिन किनारे कई परिवार इकट्ठा हो गए. जो अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठने को मजबूर हैं. घसीटा और उनकी पत्नी सपना दोनों परेशान है. उनका कहना है कि अब रात यहीं गुजारनी होगी घसीटा ने यह भी कहा की मैं पानीपत में मजदूरी करता था. उसी से अपने परिवार का पेट पालता रहा. लेकिन अब हालत खराब है. हम जैसे कई लोगों के पास अब परिवार के लिए दो वक्त की रोटी के लिए पैसे नहीं है. कुछ दिनों से स्कूल में रह रहा था. लेकिन जब खाने की व्यवस्था भी नहीं हो पाई तो घर के लिए रवाना हो गया. अब यहां से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है. रात यहीं गुजारनी होगी.
उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं. अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं. यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है. इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं. शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है.मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराई जाए. पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए. किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए.