सीएम योगी ने लांच किया ऑटोमेटिक COVID-19 डायग्नोस्टिक टूल आइये जानते है की कैसे करेगा काम। …
कोरोना महामारी की इस जंग में एक्टिव भागीदारी निभा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने 5 कालिदास स्थित सरकारी आवास पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड आटोमेटिक कोविड-19 डायग्नोस्टिक टूल लांच किया. इसके तहत एक्स-रे के जरिए चेस्ट इमेजेज़ की सहायता से संक्रमण का पता लगाया जाएगा. इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टूल को कई यूनिवर्सिटीज के संयुक्त प्रयास द्वारा विकसित किया गया है दरअसल या सॉफ्टवेर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड मॉडल टूल है. इसे एक्स-रे मशीन की सॉफ्टवेर में अपलोड किया जाएगा.
इस टूल के डाटा सेट में कोविड-19, निमोनिया, एसआरएस, फ्लू और सामान्य लोगों के चेस्ट इमेज का डेट अपलोड किया गया है. जैसे ही कोई व्यक्ति मशीन से गुजरेगा, यह टूल अपने डाटा में पहले से मौजूद डाटा से उसकी इमेज मैच करवाएगा और संदिग्ध की पहचान महज एक सेकंड में हो जाएगा. हालांकि इसके बाद प्रॉपर जांच के बाद ही पुष्टि होगी. यह मशीन सिर्फ संदिग्ध की पहचान कर सकेगी. इस मशीन के विश्लेषण में अभी तक 99.98 प्रतिशत सही परिणाम मिले हैं.
मशीन का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए नए शोध की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण सम्पूर्ण विश्व के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के दृष्टिगत तकनीकी और मेडिकल संस्थानों के लिए यह अवसर है कि वे ऐसी डिवाइसेज़ विकसित करें, जो रोगों की पहचान व उपचार में मददगार साबित हों. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डिवाइस कोरोना से लड़ने में सहायक साबित हो सकती है. मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के चेस्ट के डिजिटल एक्स-रे इस टूल में उपयोग के लिए शोधकर्ताओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस पर आधारित यह टूल एकेटीयू, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ सैफई के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया गया है.