बुराड़ी फांसीकांड में नया मोड़, नई डायरी ने खोला प्रेम संबंध का राज!
बुराड़ी के संत नगर में भाटिया परिवार के 11 लोगों की मौत के मामले में पुलिस को एक नई डायरी हाथ लगी है। यह ललित की भांजी प्रियंका की निजी डायरी है, जिसके पन्नों ने मौत की गुत्थी को और उलझा दिया है। पुलिस द्वारा की गई जांच में अब तंत्र-मंत्र और आत्मा से इतर प्रेम प्रसंग का नया पहलू सामने आया है।
डायरी के कवर पेज पर सुंदर लड़की लिखा है और यह पेज दिल के आकार में कटा है। कटे हुए दिल के आकार को सिल्वर पेपर से सजाया गया है और अंदर के पन्नों में प्रियंका ने अपने जीवन के राज को परत-दर-परत शब्दों में बयां किया है। उसने मॉडल टाउन में रहने वाले एक युवक से दोस्ती और प्रगाढ़ संबंध का जिक्र करते हुए अपने मामा ललित से इसके लिए माफी भी मांगी है।
पढ़ें क्या लिखा है डायरी के पन्नों में
बेहद सुंदर व आकार में छोटी डायरी में प्रियंका ने शुरुआत ही इस बात से की है कि मैं जो बात आपको बताने जा रही हूं, उससे मैं आपकी नजरों से गिर सकती हूं। अगले पेज पर वह मॉडल टाउन में रहने वाले एक लड़के का नाम लिखते हुए उसे अपना दोस्त बताती है और यह भी लिखती है कि अब वह घर खाली करके जा चुका है। इसके बाद आगे के पेज पर प्रियंका जीवन के बारे में मामा ललित द्वारा दी गई नसीहतों का जिक्र करती है। यह भी भरोसा दिलाने की कोशिश करती है कि वह शादी के बाद अपने ससुराल में ठीक से रहेगी। वहां सबको खुश रखेगी और किसी को शिकायत का मौका नहीं देगी। इस डायरी के आखिरी के कुछ पेज खाली हैं।
बदल सकती है जांच की दिशा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नई डायरी के सामने आने के बाद जांच को एक नई दिशा मिल सकती है। अब तक ललित के शरीर में पिता की आत्मा आने, तंत्र मंत्र आदि पर ध्यान केंद्रित करके ही जांच की जा रही थी। अब इन पहलुओं के अलावा प्रेम संबंधों के नजरिये से भी मामले की जांच की जा सकती है। वहीं, जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डायरी में कही गई बातें कब लिखी गई हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। हो सकता है कि यह डायरी पुरानी हो।
प्रियंका के दोस्त की तलाश शुरू, अहम होंगे ये सवाल
इस डायरी के सामने आने के बाद पुलिस अब प्रियंका के दोस्त के बारे में पता लगाकर पूछताछ कर सकती है। पुलिस उस लड़के से पूछताछ कर यह भी जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी कि क्या प्रियंका ने कभी मोक्ष प्राप्ति के इस विधि के बारे में चर्चा की थी। पुलिस का कहना है कि डायरी में जिस लड़के का जिक्र है, वह प्रियंका का केवल दोस्त रहा है या फिर दोस्ती से आगे का भी रिश्ता था। उस लड़के के मिलने के बाद इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी।
‘भूत की बात गलत, उसी घर में रहूंगा’
बुराड़ी के संत नगर स्थित घर में भाटिया परिवार के 11 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत के बाद आज भी लोग डरे सहमे हैं। इसकी वजह है घर से बरामद डायरी में लिखी गईं बातें। डायरी में लिखा है कि 11 दिन बाद वे फिर लौटेंगे। हालांकि, दैनिक जागरण से बातचीत में भाटिया परिवार के बड़े बेटे दिनेश ने घर में भूत-प्रेत की बात को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि यह लोगों की कल्पना की उपज है। वह इसी घर में रहेंगे। पुलिस की थ्योरी के अनुसार, इस घटना को सामूहिक आत्महत्या माना जा रहा है, लेकिन दिनेश का आज भी मानना है कि परिवार के सदस्यों की हत्या की गई है। घटना के बाद भाटिया परिवार में दिनेश एकमात्र बेटे बचे हैं। वह परिवार के साथ राजस्थान में रहते हैं। वह सिविल कांट्रैक्टर हैं और उनकी पत्नी भी वहीं सरकारी शिक्षिका हैं। दिनेश ने बताया कि भूत-प्रेत की बातें बकवास है। वर्तमान में राजस्थान में परिजनों का श्रद्ध कर्म चल रहा है। वह 13 जुलाई के बाद दिल्ली आएंगे और उसी घर में रहेंगे, ताकि लोगों में भ्रम दूर हो सके।
60 सवाल तैयार, परिजनों से फिर होगी पूछताछ
इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस भाटिया परिवार के बचे सदस्यों से दोबारा पूछताछ करने की तैयारी में है। परिवार के 13 सदस्यों से दोबारा पूछताछ की जाएगी। इसके लिए 60 सवाल तैयार किए गए हैं। ललित की बड़ी बहन सुजाता, भाई दिनेश और उनकी भांजी प्रियंका के मंगेतर सुमित से भी पूछताछ होगी।
बच्चों का भय दूर करने के लिए नाटकों का सहारा
बच्चों के मन का डर दूर करने, जल्द और किसी भी कीमत पर कुछ पाने के लिए भ्रमित समाज को आईना दिखाने के लिए वर्किंग पीपल प्रोडक्शन ने नाटकों के मंचन का सहारा लिया है। रविवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में बच्चे, युवा और गृहणियों के समूह द्वारा तैयार किए गए तीन नाटकों का मंचन किया गया। तीनों नाटकों को ‘परतें’ नाम दिया गया और इनके जरिये न सिर्फ अंधविश्वास पर प्रहार किया गया, बल्कि लोगों की जिंदगी में प्यार और उसे देखने के नजरिये को भी प्रदर्शित किया गया। वर्किंग पीपल प्रोडक्शन द्वारा रविवार को मंचित पहले नाटक ‘द हार्ड’ में बच्चों में भूत-प्रेत को लेकर पैदा होने वाले डर, उसके कारण उनके व्यवहार में बदलाव को दर्शाया गया। दूसरे नाटक ‘हीर’ में शादी वाले घर में काम कर रहीं महिलाओं के बीच प्यार को लेकर की जाने वाली चर्चा, प्यार के प्रति उनके नजरिये आदि को प्रदर्शित किया गया। हास्य व भावनाओं के इर्द-गिर्द बुने इस नाटक ने कभी लोगों को गुदगुदाया तो कभी रुलाया भी। तीसरे नाटक ‘बंदर का पंजा’ में एक छोटे से परिवार की कहानी को मार्मिक रूप से प्रस्तुत किया गया। अंधविश्वास के कारण किस तरह परिवार अपने बेटे को खो देता है, इसे दिखाया गया। मूलरूप से नाटक की कहानी ब्रिटिश लेखक डब्ल्यूडब्ल्यू जैकब द्वारा लिखी गई है। तीनों नाटकों के निर्देशक के रूप में दीपा और विशाल शर्मा ने काम किया है। वहीं दोनों नाटक में कलाकारों के रूप में भी शामिल हुए हैं।
आज आ सकती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
सोमवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद काफी हद तक मामला स्पष्ट हो जाएगा। प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस इसे सामूहिक आत्महत्या बता रही थी। हालांकि, हत्या की बात से भी अभी तक इन्कार नहीं किया गया है।