अटकलों पर विराम, महबूबा से मिले 21 पीडीपी विधायक
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को रविवार उस समय राहत मिली जब बागी सुरों के बीच 21 विधायकों ने उनसे मुलाकात की। बैठक में पांच बागी विधायक नदारद रहे। महबूबा ने जल्द पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला किया है।
18 जून को सरकार के गिरने के बाद पीडीपी में कई विधायकों और नेताओं ने महबूबा के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उन्हें अक्षम मुख्यमंत्री करार दिया। पीडीपी में लगातार उठ रहे विरोध के स्वरों के बीच विभाजन की अटकलें जोर पकड़ने लगीं।
कहा जाने लगा कि पीडीपी के कई नेता और विधायक किसी भी समय महबूबा को अध्यक्ष पद से हटा अन्य को नया अध्यक्ष बनाने के साथ ही भाजपा या किसी अन्य दल के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार का गठन कर सकते हैं।
महबूबा ने पूरे प्रकरण और अटकलों पर चुप्पी साधे रखी और नई दिल्ली में अपने निजी कार्याें में व्यस्त रही। वह गत शाम को ही नई दिल्ली से लौटी हैं। उसके बाद से पार्टी के विधायक लगातार उनसे मिल रहे हैं। गत रोज भी कुछ विधायक उनसे मिले थे और रविवार को भी। पीडीपी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि संगठन में कोई विभाजन या बगावत की बात नहीं हैं।
अगर ऐसा होता तो 21 विधायक महबूबा से मिलकर उनके नेतृत्व में अपनी आस्था नहीं जताते। इन विधायकों ने तो महबूबा को विधानसभा की सदस्यता से अपने इस्तीफे तक सौंपने की बात की है ताकि उनके संगठन से अलग हो किसी अन्य दल के साथ सरकार बनाने की जो अटकलें हैं,उन पर विराम लग सके।
महबूबा से मुलाकात करने वालों में एक नाराज विधायक शामिल है। कहा जाता है कि उसने सीधे शब्दों में पीडीपी अध्यक्ष को अपनी नाराजगी से अवगत कराते हुए कहा कि संगठन में जब आम नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होगी तो कौन नाराज होकर अलग होने की बात नहीं करेगा।
पीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पूर्व मंत्री इमरान रजा अंसारी, विधायक आबिद हुसैन अंसारी, विधायक जावेद हुसैन बेग, एमएलसी यासिर रेशी, विधायक हसीब द्राबू और अब्बास वानी महबूबा से नहीं मिले हैं। इमरान रजा अंसारी इस समय कश्मीर से बाहर हैं। सभी नाराज नेताओं से मिलकर उनकी नाराजगी दूर की जाएगी।
किसी के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई करने का फैसला नहीं लिया गया है। अगले एक दो दिनों में पार्टी प्रमुख महबूबा ने रियासत के मौजूदा हालात और संगठनात्मक गतिविधियों पर विचार विमर्श के लिए विधायक दल की बैठक भी बुलाने का फैसला किया है। इसकी तिथि और समय अभी तय नहीं किया गया है।